शमशाद रज़ा अंसारी
जनपद ग़ाज़ियाबाद में रिश्तों के क़त्ल का मामला सामने आया है। जहाँ चन्द रुपयों के लालच में एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी ही रिश्तेदार के यहाँ लूट के दौरान महिला एवं ट्यूशन टीचर की हत्या जैसी जघन्य वारदात को अंजाम दे दिया। वारदात के दौरान मासूम बच्चों को भी नही बख़्शा गया। बच्चों पर भी चाकू,पेंचकस और सिलबट्टे से बेरहमी से हमला करके उन्हें घायल कर दिया। घायल बच्चों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। वारदात की साजिश रचने वाली महिला को मृतका एवं गाँव के रिश्ते से ‘अम्मा’ कहते थे। उन्हें क्या पता था जिसे वह अम्मा कह रहे हैं उसके मष्तिष्क में उन्हें ही लूटने की साजिश चल रही है।
पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुये लुटेरी अम्मा एवं मुठभेड़ में घायल उसके प्रेमी को गिरफ़्तार कर लिया है। अभियुक्तगण के पास से लूटी गयी ज्वैलरी एवं नगदी भी बरामद हो गयी है।
मसूरी थाना क्षेत्र स्थित शताब्दीपुरम के सरस्वती विहार निवासी लोकमन ठाकुर चौपला मंदिर के पास कांजी बड़े की ठेली लगाते हैं। उनके बेटे महेश व राजकुमार भी इस काम में उनका हाथ बंटाते हैं। रोजाना की तरह शनिवार को तीनों अपने काम पर गए हुए थे। रात नौ बजे तीनों घर लौटे तो वहाँ का नज़ारा देख उनके होश उड़ गये। भूतल से लेकर पहली मंजिल तक के कमरों में सारा सामन अस्त व्यस्त पडा था। पहली मंजिल पर ही महेश की पत्नी डोली (30) व बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने आई अंशु (18) का शव पड़ा था। नज़दीक ही महेश के तीनों बच्चे गौरी (6), मीनाक्षी (4) व रूद्र (5) भी गंभीर रूप से जख्मी और बेसुध हालत में पड़े थे। कमरे में चारों तरफ खून के निशान फैले हुए थे। कमरे में रखी अलमारी टूटी पड़ी थी और उसमे रखे सोने-चांदी के जेवरात व नकदी गायब थी। दोहरे हत्याकांड से क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गयी।
वारदात की जानकारी मिलते ही आईजी प्रवीण कुमार तथा एसएसपी कलानिधि नैथानी पुलिस फ़ोर्स के साथ घटनास्थल पर पँहुचे। पुलिस ने छानबीन के दौरान हत्या में प्रयुक्त चाकू एवं सिलबट्टा बरामद कर लिया। आसपास के लोगों एवं परिजनों से पूछताछ के दौरान शक की सुईं घर में कारपेंटर का काम कर चुके आस मोहम्मद की तरफ घूमी। पूछताछ में लोकमन ने बताया कि आस मोहम्मद ने उनके यहाँ कारपेंटर का काम किया था। वह शनिवार को उनके घर आया था। अंशु की माँ ने भी बताया कि आस मोहम्मद को घटना से पहले वहाँ देखा था। दोनों के बयानों के बाद जब पुलिस ने आस मोहम्मद के बारे में पड़ताल की तो पता चला कि वह वारदात के समय अपने घर पर ही उपस्थित था।
पुलिस ने आस मोहम्मद को क्लीन चिट देकर दूसरे पहलू से जाँच शुरू की। इसी दौरान वारदात में घायल लोकमन की पोती गौरी के बयान के बाद वारदात का खुलासा हो गया। घायल गौरी ने बताया कि लाल क्वार्टर में रहने वाली ‘अम्मा’ व टेलर अंकल ने यह सब किया है। बच्ची ने बताया कि लाल क्वार्टर में रहने वाले मोटे अंकल घर में आते थे। उनकी पत्नी ने मम्मी और मैम को मारा है। हम लोगों को भी मारा। बच्ची ने यह भी बताया कि लाल क्वार्टर में उनका लाल रंग का मकान है। मौके पर मौजूद पड़ोसियों ने बच्ची को लाल क्वार्टर निवासी व्यक्ति की मोबाइल पर फोटो दिखाई तो बच्ची ने कहा कि यही अंकल हैं, हमारे घर पर आते थे। इनकी पत्नी ने ही मारा है। साथ ही बच्ची ने यह भी बताया कि टेलर अंकल ने पिटाई भी की।
आरोपितों की शिनाख़्त होने पर पुलिस आरोपितों की गिरफ़्तारी के प्रयास में जुट गयी।
पुलिस टीमों द्वारा तत्परता से कार्रवाई करते हुये अभियुक्त सोनू पुत्र लियाकत निवासी लाल क्वार्टर थाना सिहानी गेट को मुठभेड़ के दौरान और परिवार की रिश्तेदार महिला उमा पत्नी हरीश निवासी लाल क्वार्टर थाना सिहानी गेट को घटना के चंद घंटों में गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस गिरफ्त में आई उमा ने बताया कि गाँव के रिश्ते से डोली उसकी सास की पोती लगती थी। डोली और उसके तीनों बच्चे उमा को अम्मा कहते थे। उमा व उसका प्रेमी सोनू काफी समय से लूट की प्लानिंग कर रहे थे।
शनिवार को दोनों प्लानिंग के अनुसार लोकमन के घर पहुंचे। दोनों ने घर में चाय भी पी। इसके बाद सोनू ने सभी को कमरे में बंद कर दिया और उमा बाहर खड़ी निगरानी करने लगी। सोनू ने डोली व अंशु को गोली मारी और किचन से पेचकस, चाकू व सिलबट्टे से बच्चों पर वार कर उन्हें लहुलुहान किया। ज्वेलरी कहां रखी है इस बारे में डोली ने पूर्व में उमा से ज़िक्र किया था। सोनू लोकमन के कमरे में अलमारी से ज्वेलरी व नकदी निकालने चला गया।
एसएसपी ने बताया कि अभियुक्ता उमा पीड़ित परिवार की पूर्व परिचित रिश्तेदार हरीश की पत्नी है व सोनू उसका प्रेमी है।
पुलिस ने आरोपितों के पास से पिस्टल, तमंचा, घर से लूटे गए सोने-चांदी के जेवरात व नकदी और घटना के समय पहने हुए कपड़े, मोबाइल फोन बरामद किया है। दोनों आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है।