नई दिल्ली: दिल्ली के पीएम केजरीवाल ने लॉकडाउन और रोजी-रोटी छिनने की वजह से पैदल ही पलायन को मजबूर प्रवासी मजदूरों से अपील की है कि वे कही नहीं जाएं, केजरीवाल ने उनसे गुजारिश की है कि वे अपने घरों को न लौटें, दिल्ली में वे जहां भी हैं वहीं पर उनके खाने-पीने के इंतजाम किए जा रहे हैं, दरअसल, लॉकडाउन की वजह से दिल्ली ही नहीं, देश के तमाम बड़े शहरों से दिहाड़ी मजदूर और गरीब प्रवासी सैकड़ों-हजारों किलोमीटर दूर अपने घरों के लिए पैदल ही निकल गए हैं, उनका कहना है कि भूखे मरने से बेहतर है किसी तरह घर पहुंच जाना,
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने प्रवासी मजदूरों से अपील की है कि अगर वे बॉर्डर तक पहुंच गए हो तब भी दिल्ली में लौट आएं, सरकार उनके खाने-पीने का इंतजाम कर रही है, उन्होंने कहा, ‘जितने लोग दिल्ली छोड़कर जा रहे हैं यूपी, बिहार, बंगाल, झारखंड वगैरह के, उनसे मेरी हाथ जोड़कर विनती है कि दिल्ली छोड़कर आपको जाने की जरूरत नहीं है, आपके खाने का इंतजाम हम लोग कर रहे हैं, बॉर्डर पर जो लोग पहुंच गए हैं वापस अपने घर आ जाइए, आप लोगों के लिए हम जगह-जगह खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं, सरकार भी कर रही है, कई सारी संस्थाएं भी कर रही हैं, धार्मिक संस्थाएं, सामाजिक संस्थाएं,’
दिल्ली में फिलहाल कोरोना वायरस के कुल 39 मरीज हैं, केजरीवाल ने कहा, ‘इनमें से 29 वे लोग हैं जो विदेश यात्राएं कर दिल्ली लौटे हैं, बाकी 10 व्यक्ति ऐसे हैं जो विदेश से लौटे और लोगों के संपर्क में आए थे,’ दिल्ली में फिलहाल कोरोना वायरस के 3-4 नए केस हर दिन सामने आ रहे हैं, एक तरफ तो भुखमरी के डर से दिल्ली, मुंबई जैसे तमाम शहरों से प्रवासी मजदूर पैदल ही पलायन कर रहे हैं, दूसरी तरफ इससे कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने का खतरा भी बढ़ रहा है, इसके मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को कहा है कि वे मजदूरों के पलायन को रोकें, राज्यों को अडवाइजरी जारी कर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है राज्य सरकारें कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का पालन करते हुए प्रवासी कृषि मजदूरों, उद्योगों में लगे मजदूरों और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के बड़े पैमाने पर हो रहे पलायन को रोकें