शमशाद रज़ा अंसारी
गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम इलाके की ज्ञान खंड 1 कॉलोनी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। कॉलोनी के एक दम्पत्ति अपने नौ माह के मासीम बच्चे को रोता हुआ छोड़ कर फंदे पर झूल गये। शुक्रवार की सुबह जब स्थानीय लोगों ने एक सोसायटी के फ्लैट में पति-पत्नी के द्वारा आत्महत्या किए जाने और फ्लैट में नौ महीने के बच्चे को घर में अकेले पाए जाने की खबर सुनी तो उनका दिल दहल गया।
मृतक की बहन ग्रेटर नोएडा में रहती है। उसके फोन पर एसएमएस के द्वारा जानकारी दी गई थी कि सुबह घर आ जाना बाबू अकेला रहेगा। जिसके आधार पर उसकी बहन सुबह घर पहुंची तो भाई और भाभी के शव को देखकर उसके होश उड़ गए । नौ महीने का बच्चा अकेला बेड पर पड़ा रो रहा था। घटना की सूचना मिलने पर पँहुची पुलिस ने शवों को क़ब्ज़े में लेकर जाँच पड़ताल शुरू कर दी है। मौके से कोई सुसाइड नोट नही मिला है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से पटना बिहार के रहने वाले 30 वर्षीय निखिल और उसकी 29 वर्षीय उनकी पत्नी पल्लवी अपने नौ महीने के बेटे के साथ वर्तमान में ज्ञान खंड 1 के प्लाट नम्बर 348 के S4 में किराए पर रह रहे थे। दो साल पहले ही इनकी शादी हुई थी। मृतक युवक निखिल नोएडा की एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था जबकि उसकी पत्नी ने लगभग 1 साल पहले अपनी जॉब छोड़ दी थी।
पल्लवी की बहन भी ग्रेटर नोएडा में रहती है। उसके फोन पर एक एसएमएस प्राप्त हुआ। जिसमें बताया गया कि सुबह घर पहुंच जाना बाबू अकेला रहेगा। जिसके बाद उसकी बहन सुबह जब अपने पति के साथ उनके घर पहुंची तो काफ़ी खटखटाने के बाद भी दरवाज़ा नही खुला। किसी अनहोनी की आशंका से डरते हुये दम्पत्ति ने किसी तरह घर के अंदर प्रवेश किया तो अंदर का दिल दहला देने वाला नज़ारा देख कर दोनों के होश उड़ गये। निखिल का शव बेडरूम में जबकि पत्नी पल्लवी का शव ड्राइंग रूम में था। जबकि नौ महीने का बेटा बेड पर अकेला रोता हुआ मिला।
मामले की जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी अंशु जैन ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दम्पत्ति ने फाँसी लगा कर आत्महत्या कर ली है। सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उनके पास से कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है। दोनों के द्वारा आत्महत्या किस लिए की गई अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
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