नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चड्ढा ने आज फिर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर प्रदर्शन करने पर कांग्रेस को आड़े हाथ लिया। राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के बीच रोमांटिक है और इसी के चलते दोनों राजनैतिक तौर पर एक-दूसरे को सहयोग दे रहे हैं। श्री चड्ढा ने कहा कि भाजपा नेता व गृहमंत्री अमित शाह सीधे तौर पर दिल्ली पुलिस के प्रभारी हैं, लेकिन कांग्रेस ने उनके खिलाफ कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया। कांग्रेस ने कानून व्यवस्था और निगम में टैक्स बढ़ाने के मुद्दे पर भी भाजपा का साथ दिया। उन्होंने पूछा कि आखिर भाजपा के नेताओं के साथ कांग्रेस की क्या डील हुई है?
पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा कि पिछले कई महीनों से दिल्ली की जनता के मन में एक शंका थी कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कोई आपसी समझौता तो नहीं है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों दिल्ली में एक 12 साल की मासूम बच्ची के साथ जो हैवानियत भरी दुर्घटना हुई और इस घटना के बाद दिल्ली की राजनीति में जो हलचल नजर आई, उसने दिल्ली की जनता के मन में पैदा हुए इस शक को यकीन में बदल दिया कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच एक रोमांटिक संबंध है.
उन्होंने कहा कि इस रोमांटिक संबंध के चलते भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस राजनैतिक तौर पर एक दूसरे को सहयोग करते हैं। दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस की आपसी जुगलबंदी चल रही है, जिसके तहत कब सुर ऊंचे करने हैं, कब सुर नीचे करने हैं, कब कितनी आवाज निकालनी है, यह भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस आपस में मिलकर तय कर लेते हैं.
कुछ घटनाओं का उदाहरण देते हुए राघव ने कहा कि यह ऐसे तथ्य हैं, जो भाजपा और कांग्रेस की आपसी जुगलबंदी और रोमांटिक संबंधों को सत्यापित करते हैं.
1) हाल ही में भारतीय जनता पार्टी कि नगर निगम में स्थापित सरकार ने दिल्ली की जनता पर कुछ अमानवीय कर जबरदस्ती थोपे, जिसमें प्रोफेशनल टैक्स, जमीन की खरीद-फरोख्त पर टैक्स एवं अनाधिकृत कॉलोनियों में हाउस टैक्स जबरदस्ती जनता पर थोपे गए। निगम के सदन में आम आदमी पार्टी के निगम पार्षदों ने इसका पुरजोर विरोध किया, परंतु कांग्रेस के तमाम निगम पार्षद खामोशी से बैठे रहे और मौन रहकर भाजपा का समर्थन किया.
2) दिल्ली दंगों पर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने वाली कांग्रेस के मुंह से उफ तक नहीं निकली, जब भाजपा द्वारा चयनित दिल्ली के उप राज्यपाल महोदय ने माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के द्वारा चुने गए वकीलों के पैनल को खारिज कर दिया.
3) तीसरा और सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि दिल्ली में जो 12 साल की मासूम बच्ची के साथ अमानवीय दुर्घटना हुई, इस दुर्घटना के विरोध में कांग्रेस पार्टी के लोगों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जबकि दिल्ली की कानून व्यवस्था और दिल्ली की पुलिस सीधे तौर पर केंद्र में बैठी भाजपा सरकार के अधीन आती है.
राघव चड्ढा ने कहा कि आज भी कांग्रेस पार्टी के लोगों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के निवास स्थान पर विरोध प्रदर्शन किया, परंतु भाजपा के गृह मंत्री अमित शाह जो सीधे तौर पर दिल्ली पुलिस के इंचार्ज हैं, उनके खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया। यह घटनाएं कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की जुगलबंदी को दर्शाती हैं। मीडिया के माध्यम से कांग्रेस पार्टी से प्रश्न पूछते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि चाहे दिल्ली में कानून व्यवस्था का मुद्दा हो, निगम द्वारा जबरदस्ती थोपे गए करों का मुद्दा हो या अन्य कोई मुद्दा हो कांग्रेस हमेशा भाजपा के खेमे में खड़ी नजर आती है। कांग्रेस दिल्ली की जनता को बताएं कि आखिर भाजपा के नेताओं के साथ कांग्रेस की क्या डील हुई है?
रिपोर्ट सोर्स, पीटीआई
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