मुंबई (महाराष्ट्र) : कोरोना काल में इस बार दादर स्थित शिव तीर्थ में शिवसेना की परंपरागत दशहरा रैली तो नहीं हुई लेकिन CM ठाकरे का भाषण एक नए अंदाज़ में देखने को मिला, CM बनने के बाद यह उनकी पहली दशहरा रैली थी और उन्होंने इस अवसर पर हिंदुत्व से लेकर सरकार बनाने और उसको गिराने से लेकर, मोदी सरकार द्वारा राज्य के लिए खड़ी की जा रही अड़चनें, कंगना रनौत, अर्णब गोस्वामी और मुंबई पुलिस को बदनाम करने की साज़िश और राज्यपाल की भूमिका तक पर करारे प्रहार किये, उन्होंने PM मोदी पर टिप्पणी की और कहा कि वह देश नहीं BJP के प्रचार प्रसार में ही लगे रहते हैं, BJP देश की अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के बजाय राज्य सरकारों को गिराने में व्यस्त रहती है.
CM ने कहा कि मौजूदा जीएसटी प्रणाली पर पुनर्विचार करने का वक़्त आ गया है, जीएसटी सिस्टम फ़ेल होता नज़र आ रहा है, राज्यों को इससे फ़ायदा नहीं मिल रहा है, CM ठाकरे ने कहा- महाराष्ट्र को अभी तक जीएसटी का 38,000 करोड़ रुपये का बकाया नहीं मिला है, उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्यों का भी पैसा बकाया है, इसलिए अब सभी प्रदेशों को एकजुट होकर जीएसटी का विरोध करना चाहिए, CM ठाकरे ने कहा कि जब से महाराष्ट्र में नयी सरकार बनी है, लगातार BJP नेता उसे गिराने के बयान देते आ रहे हैं, यदि हिम्मत है तो गिराकर दिखाए.
उन्होंने कहा कि लोगों ने अब सोचना शुरू कर दिया है कि केंद्र में भले किसी भी पार्टी की सरकार आ जाए लेकिन वर्तमान सरकार नहीं चाहिए, केंद्र की ग़लत नीतियों की वजह से देश की अखंडता को ख़तरा बढ़ गया है तथा देश अराजकता की ओर बढ़ रहा है, उन्होंने कहा कि मोदी वीडियो कॉन्फ़्रेंस के दौरान कहते थे कि कोरोना में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए, लेकिन कोरोना पर सबसे ज़्यादा राजनीति उन्हीं की पार्टी द्वारा की गयी.
बिहार में कोरोना का टीका मुफ्त उपलब्ध कराने के BJP के चुनावी वादे पर तंज कसते हुए कहा कि आप बिहार में कोरोना के मुफ्त टीके का वादा करते हैं, तो क्या अन्य राज्यों के लोग बांग्लादेश या कजाकिस्तान से आए हैं? उन्होंने कहा कि ऐसी बातें कर रहे लोगों को ख़ुद पर शर्म आनी चाहिए, खासकर तब जब वह केंद्र में बैठे हैं, ठाकरे ने इस अवसर पर RSS के प्रमुख भागवत के नागपुर में दिए गए भाषण का संदर्भ देते हुए महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर भी तंज कसा, CM ठाकरे ने कहा कि ‘काली टोपी पहनने वालों, टोपी के नीचे दिमाग़ है तो सोचो? हिंदुत्व शब्द को पूजा परिपाटियों से जोड़कर तोड़-मरोड़कर पेश मत करो’, ठाकरे ने कहा कि हमने इनसे अलग होकर सरकार क्या बना ली, ये हमारे हिंदुत्व पर सवाल खड़े करने लगे.
उन्होंने कहा कि शिवसेना का हिंदुत्व मंदिर में घंटा बजाने वाले लोग निर्माण करना नहीं अपितु आतंकवादियों को देश से बाहर खदेड़ने वाले लोग तैयार करना है, शिवसेना का हिंदुत्व राष्ट्रवाद का है, उन्होंने गौ वंश क़ानून को लेकर भी BJP की मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा महाराष्ट्र में गौ वंश हत्या पर रोक और गोवा में मजे से उसका सेवन चालू है? यह कैसा क़ानून ! उन्होंने कहा कि बिहार के CM नीतीश ने एक समय संघ मुक्त भारत की वकालत की थी, वर्ष 2014 में BJP के PM पद के उम्मीदवार के तौर पर किसी धर्मनिरपेक्ष चेहरे को पेश करने की माँग की थी, महाराष्ट्र के CM ने कहा, ‘क्या नीतीश ने हिंदुत्व का चोला पहन लिया है या BJP अब धर्मनिरपेक्ष हो गई है.’ सुशांत सिंह प्रकरण पर भी इस सभा में CM उद्धव ने जमकर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस ने सीने पर गोलियाँ खायीं लेकिन एक आतंकवादी को ज़िंदा पकड़ा था, आज उसकी जाँच पर सवाल उठाये जा रहे हैं, इस पूरे मामले में इनके मुँह से गोबर और गौ मूत्र निकल रहा था.
अभिनेत्री कंगना रनौत पर परोक्ष निशाना साधते हुए CM ने कहा कि कुछ लोग रोजी-रोटी के लिए मुंबई आते हैं और शहर को पीओके बोलकर उसे गाली देते हैं, अपने बेटे आदित्य पर लग रहे आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए उन्होंने कहा कि बिहार के बेटे को न्याय दिलाने के लिए शोर मचा रहे लोग महाराष्ट्र के बेटे के चरित्र हनन में लगे हैं, महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस की छवि खराब की जा रही है, न्यूज़ चैनलों पर ऐसा प्रचारित किया जा रहा है जैसे मुंबई और महाराष्ट्र में घर-घर गांजे की खेती होती है, उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में घरों में तुलसी के पौधे मिलेंगे, गांजे के नहीं.
ब्यूरो रिपोर्ट, मुंबई