पटना (यूपी) : बिहार की हिलसा विधानसभा सीट से JDU के कृष्णमुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया ने RJD के अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव को मात्र 12 मतों से हराया, चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जारी सूचना के अनुसार, JDU प्रत्याशी कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया को 61,848 वोट मिले हैं, जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी RJD उम्मीदवार अत्री मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव को 61,836 वोट मिले हैं.
बिहार के नालंदा जिले में पड़ने वाली हिलसा विधानसभा सीट साल 1957 में अस्तित्व में आई, यहां आखिरी वक्त तक काफी कांटे का मुकाबला चलता रहा, ऐसे में पोस्टल बैलेट की रिकाउंटिंग की, जिसे बाद JDU प्रत्याशी ने RJD को महज 12 वोटों से हरा दिया, 2015 से पहले के तीन चुनावों में यहां पर लगातार JDU का कब्जा रहा, सहिलसा विधानसभा सीट पर साल 1957 के पहले चुनाव में कांग्रेस के लाल सिंह त्यागी को जीत मिली, लेकिन 1962 का चुनाव लाल सिंह त्यागी निर्दलीय जगदीश प्रसाद से हार गये, फिर 1967 के चुनाव में कांग्रेस के एके सिंह को जीत मिली, जिन्होंने जगदीश प्रसाद को हराया, उसके बाद 1985 में कांग्रेस को कब्जा जमाने का मौका मिला, कांग्रेस के सुरेन्द्र प्रसाद तरुण ने जीत हासिल की, बीच के तीन चुनावों को जगदीश प्रसाद को जीत मिली, वे दो बार निर्दलीय और एक बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते, 1990, 1995 और 2000 के चुनाव में यहां निर्दलीयों ने बाजी मारी, 2005 में जेडीयू ने इस सीट पर अपना कब्जा जमाया, पार्टी यहां तीन बार लगातार जीत हासिल करती रही, 2005 में हुए दो चुनावों में जेडीयू के रामचरित्र प्रसाद सिंह जीते, इससे पहले 2000 के चुनाव में वो निर्दलीय विजयी हुए थे, 2010 के चुनाव में जेडीयू के ऊषा सिन्हा ने एलजेपी के रीना देवी को पटखनी दी थी.
हिलसा सीट से सबसे ज्यादा चार बार जगदीश प्रसाद विधायक चुके गये, उसके बाद जेडीयू के रामचरित्र प्रसाद सिंह 3 बार विजयी हुए, पिछले विधानसभा चुनाव में हिलसा सीट पर 53,49% वोटिंग हुई थी, आरजेडी के शक्ति सिंह यादव ने एलजेपी की दीपिका कुमार को करीब 26 हजार मतों से हराया था, शक्ति सिंह को 72,347 जबकि दीपिका को 46,271 मत प्राप्त हुए थे.
ब्यूरो रिपोर्ट, पटना