नई दिल्ली : दिल्ली में कोविड-19 के खतरे के बीच दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने एक बड़ा दावा किया है.
सत्येंद्र जैन ने कहा कि केजरीवाल सरकार के पास कोविड-19 से निपटने के लिए पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर और मजबूत सिस्टम मौजूद है, कोविड-19 वैक्सीन जैसे ही मिलेगी पूरी दिल्ली को कुछ ही हफ्ते में इसे पहुंचा दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है, इस वजह से वैक्सीन प्रायोरिटी में मिलनी चाहिए, बता दें कि कोविड-19 वैक्सीन को लेकर भारत सहित पूरे दुनिया में तेजी से काम चल रहा है, उम्मीद लगाई जा रही है कि जल्द कोविड-19 वैक्सीन लोगों तक पहुंच सकती है.
इधर, दिल्ली हाईकोर्ट ने CM केजरीवाल से नाइट कर्फ्यू लगाने को लेकर प्लान मांगा है, इस बीच मोदी सरकार ने राजधानी में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के लिए केजरीवाल सरकार को दोषी ठहराया है.
मोदी सरकार ने गुरुवार को SC में दाखिल किए एक हलफनामे में कहा कि केजरीवाल सरकार ने त्योहारों में सख्ती नहीं बरती, इसलिए दिल्ली में कोरोना के केस बढ़े हैं.
केंद्र ने केजरीवाल सरकार पर त्योहारों और बढ़ती सर्दी में कोविड-19 गाइडलाइंस के पालन में शिथिलता बरतने का आरोप लगाया है, केंद्र ने एफिडेविट में कहा, ‘दिल्ली सरकार द्वारा उपायों को लागू करने में विफलता के कारण संक्रमण फैल गया.’
दिल्ली में फैलते कोविड-19 ने न केवल आम लोगों को अपनी चपेट में लिया है बल्कि दिल्ली सरकार के मंत्री भी इससे नहीं बच सके हैं, अभी तक CM केजरीवाल की सरकार की आधी कैबिनेट को कोरोना हो चुका है.
दिल्ली के कैबिनेट मंत्रियों के अलावा पार्टी के विधायक भी कोविड-19 की गिरफ्त में आ चुके हैं, हाल ही में गोपाल राय को कोविड-19 हुआ है, फिलहाल गोपाल राय को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इससे पहले केजरीवाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी कोरोना से टक्कर ले चुके हैं, सत्येंद्र जैन के कोविड-19 प्रभावित होने के बाद उन्हें प्लाज्मा थेरेपी भी दी गई थी, इससे पहले शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को कोरोना हो गया था.
हालांकि इलाज के बाद जैन और सिसोदिया के स्वास्थ्य में सुधार हुआ और उन्होंने दोबारा सरकार में जिम्मेदारियां संभाल लीं, बता दें कि केजरीवाल की सरकार में उनके अलावा छह कैबिनेट मंत्री हैं.
इनमें मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र पाल गौतम शामिल हैं, कुल छह लोगों की कैबिनेट में से तीन मंत्री कोरोना के प्रभाव में आ चुके हैं.