नई दिल्ली : बंगाल में अगले साल में विधानसभा के चुनाव होने हैं, इससे पहले CM ममता को बड़ा झटका लगा है, शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है.
शुभेंदु अधिकारी ममता सरकार में परिवहन मंत्री के पद पर तैनात थे, बीते कई दिनों से उन्होंने बगावती रुख अपनाया हुआ था.
बागी रुख अपनाने के बाद शुभेंदु अधिकारी ने गुरुवार को हुगली रिवर ब्रिज कमिश्नर के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था, इसके बाद इस पद पर कल्याण बनर्जी की तुरंत नियुक्ति कर दी गई.
शुभेंदु अधिकारी लंबे अरसे से राज्य कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं, वे अपनी जनसभाओं में न तो पार्टी के झंडे का प्रयोग कर रहे हैं और न ही पार्टी अध्यक्ष ममता की तस्वीरों का.
उनके BJP में शामिल होने की संभावना जतायी जा रही है और हुगली रिवर ब्रिज कमिश्नर पद से उनके इस्तीफे के बाद इसकी संभावना और बढ़ गई है, BJP ने उन्हें पार्टी में शामिल होने का न्योता भी दिया है.
बंगाल में विधानसभा चुनाव कुछ ही महीने दूर हैं, इसके मद्देनजर एक ओर जहां टीएमसी विपक्षी BJP से मुकाबले की तैयारियों में व्यस्त है वहीं दूसरी ओर पार्टी के अंदर उपज रहे असंतोष से निपटने की चुनौती भी उसके सामने है.
पार्टी के अनेक सदस्यों ने नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाई है, बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए अगले वर्ष अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं.
राज्य के परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी समेत पार्टी के कई पदाधिकारियों ने ममता शासन के खिलाफ खुले तौर पर शिकायतें की हैं, ऐसे में पार्टी के वरिष्ठ नेता असंतुष्टों को शांत करने के उपाय खोज रहे हैं.
अधिकारी बीते कुछ महीनों से पार्टी के शीर्ष नेताओं से दूरी बनाकर रखी है, कार्यकर्ताओं के बीच उनकी अच्छी पैठ है और बनर्जी के बाद पार्टी में वह दूसरे क्रम पर माने जाते हैं.
माना जा रहा है कि पार्टी ने उनसे बातचीत शुरू कर दी है, अधिकारी का पूर्वी मिदनापुर और जंगलमहल क्षेत्र की करीब 45 सीटों में प्रभाव माना जाता है, हालांकि पार्टी का एक वर्ग उनके अगले कदम को लेकर आशंकित भी है.