नई दिल्ली : पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि चार दिन बाद नया साल शुरू होने वाला है, अगले साल अगली मन की बात होगी.
पीएम मोदी ने कहा कि देश में नया सामर्थ्य पैदा हुआ है, इस नई सामर्थ्य का नाम आत्मनिर्भरता है, देश में बने खिलौनों की मांग बढ़ रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे कई देशवासियों के पत्र मिले हैं, अधिकतर पत्रों में लोगों ने देश के सामर्थ्य, देशवासियों की सामूहिक शक्ति की भरपूर प्रशंसा की है, जब जनता कर्फ्यू जैसा अभिनव प्रयोग.
पूरे विश्व के लिए प्रेरणा बना, जब ताली-थाली बजाकर देश ने हमारे कोविड-19 वॉरियर्स का सम्मान किया था, एकजुटता दिखाई थी उसे भी कई लोगों ने याद किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश के सम्मान में सामान्य मानवी ने इस बदलाव को हमसूस किया है, मैंने देश में आशा का एक अद्भुत प्रवाह भी देखा है, चुनौतियां खूब आई, संकट भी अनेक आए.
कोवि-19 के कारण दुनिया में सप्लाई चेन को लेकर अनेक बाधाएं भी आई, लेकिन हमने हर संकट से नए सबक लिए.
पीएम मोदी ने ने कहा कि जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट की सोच के साथ काम करने का ये उचित समय है, मैं देश के मैन्युफैक्चरर्स और इंजस्ट्री से आग्रह करता हू, देश के लोगों ने मजबूत कदम उठाया है.
मजबूत कदम आगे बढ़ाया है, वोकल फॉर लोकल,, ये आज घर-घर में गूंज रहा है, ऐसे में, अब यह सुनिश्चित करने का समय है, कि, हमारे उत्पाद विश्वस्तरीय हों, साथियों हमें वोकल फॉर लोकल की भावना को बनाये रखना है.
बचाए रखना है, और बढ़ाते ही रहना है, आप हर साल न्यू ईयर रेजोल्यूशन लेते हैं, इस बार एक रेजोल्यूशन अपने देश के लिए भी जरुर लेना है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज के ही दिन गुरु गोविंद जी के पुत्रों, साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था, अत्याचारी चाहते थे कि साहिबजादे अपनी आस्था छोड़ दें, महान गुरु परंपरा की सीख छोड़ दें.
लेकिन, हमारे साहिबजादों ने इतनी कम उम्र में भी गजब का साहस दिखाया, इच्छाशक्ति दिखाई, दीवार में चुने जाते समय, पत्थर लगते रहे, दीवार ऊंची होती रही, मौत सामने मंडरा रही थी, लेकिन, फिर भी वो टस-से-मस नहीं हुए.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में आतताइयों से, अत्याचारियों से, देश की हजारों साल पुरानी संस्कृति, सभ्यता, हमारे रीति-रिवाज को बचाने के लिए, कितने बड़े बलिदान दिए गए हैं, आज उन्हें याद करने का भी दिन है.
आज ही के दिन गुरु गोविंद सिंह जी की माता जी, माता गुजरी ने भी शहादत दी थी, लोग, श्री गुरु गोविंद सिंह जी के परिवार के लोगों के द्वारा दी गयी शहादत को बड़ी भावपूर्ण अवस्था में याद करते हैं, इस शहादत ने संपूर्ण मानवता को, देश को, नई सीख दी.
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के अंदर शेरों की संख्या बढ़ी है, तेंदुओं की संख्या भी 60 फीसदी बढ़ी है, 2014 से 2018 के बीच भारत में तेंदुओं की संख्या 60 फीसदी बढ़ी, 2014 में.
देश में तेदुओं की संख्या लगभग 7,900 थी, वहीं 2019 में इनकी संख्या बढ़कर 12,852 हो गयी, भारतीय वनक्षेत्र में भी बढ़ावा हुआ है.
देश के अधिकतर राज्यों में, विशेषकर मध्य भारत में, तेंदुओं की संख्या बढ़ी है, तेंदुए की सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में, मध्यप्रदेश, कर्नाटका और महाराष्ट्र सबसे ऊपर हैं, यह एक बड़ी उपलब्धि है.
पीएम मोदी ने कहा ऐसा कहते हैं कि अकबर के दरबार में एक प्रमुख सदस्य अबुल फजल थे, उन्होंने एक बार कश्मीर की यात्रा के बाद कहा था कि कश्मीर में एक ऐसा नजारा है जिसे देखकर चिड़चिड़े और गुस्सैल लोग भी खुशी से झूम उठेंगे.
दरअसल वो कश्मीर में केसर के खेतों का उल्लेख कर रहे थे, केसर सदियों से कश्मीर से जुड़ा है, कश्मीरी केसर मुख्य रूप से पुलवामा, बडगाम और किश्तवाड़ जैसी जगहों पर उगाया जाता है, इसी साल मई में कश्मीरी केसर को जीआई टैग दिया गया है, इसके जरिए हम कश्मीरी केसर को एक ग्लोबली पॉपुलर ब्रांड बनाना चाहते हैं.
आपको यह जानकर खुशी होगी कि कश्मीरी केसर को जीआई टैग का सर्टिफिकेट मिलने के बाद दुबई के एक सुपर मार्किट में इसे लॉन्च किया गया, अगली बार जब आप केसर को खरीदने का मन बनायें, तो कश्मीर का ही केसर खरीदने की सोचें.
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