नई दिल्लीः मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के डोराना गांव में अब लोग पलायन कर रहे हैं। बीते मंगलवार को यहां पर विश्व हिंदू परिषद ने एक रैली की थी जिसमें कोई 5000 लोग शामिल हुए थे। इस गांव की आबादी 500 घर हैं, इनमें से लगभग 85 मुसलमानों के हैं। आरोप है कि 5000 की भीड़ ने मुसलमानों के घरों को निशाना बनाते हुए रैली निकाली थी, इस रैली में भड़काउ नारे लगाए गए थे।
समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़ इस रैली के बाद में सभी मुसलमानों के घर तोड़े गए, उनके शीशे तोड़े गए ,उनकी दीवारों पर नारे लिखे गए और भीड़ नारे लगा रहे थे कि औरंगजेब के बच्चों को मजा चखाना है।यहां नारंगी गुंडों ने एक पुलिसवाले मंसूरी के मकान को भी आग लगाई।
इसके बाद वहां पर हिंसा हुई। आगजनी हुई और पुलिस ने धारा 144 लगाने के बाद में उन्हीं मुसलमानों को निशाना बनाना शुरू किया जो लोग हिंसा के शिकार हुए थे। वहां पर एक तरफ विश्व हिंदू परिषद के लोगों का आतंक है तो दूसरी तरफ पुलिस का खौफ और वहां के मुसलमान लोग घर छोड़कर भाग गए हैं।
मध्यप्रदेश के मालवा अंचल में इससे पहले इंदौर के चंदन खेड़ी और उज्जैन के बेगमपुरा में भी विश्व हिंदू परिषद के लोगों और पुलिस का संयुक्त आतंक हो चुका है। यहां पर लोगों के मकान तोड़े गए और बड़ी संख्या में औरतों सहित मुसलमानों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया।
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