नई दिल्ली : दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी ने शौचालय इस्तेमाल करने पर 5 रुपए शुल्क लेने का निर्णय किया है। इससे दिल्ली में खुले में शौच करने के मामले बढ़ेंगे। भारतीय जनता पार्टी गरीब-दलित विरोधी राजनीतिक पार्टी है।

भाजपा लंबे समय से गरीबों के खिलाफ साजिश करती आ रही है। भाजपा ने पहले एमसीडी को लूटा और अब अमानवीय योजनाएं लागू कर दिल्ली की गरीब जनता को लूटने की योजना बना रही है।

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भारतीय जनता पार्टी के पार्षद भ्रष्टाचार करके और गरीबों से टैक्स लेकर एमसीडी चलाए, इससे बेहतर है कि भारतीय जनता पार्टी एमसीडी छोड़ दे। 

प्रभारी दुर्गेश पाठक ने पार्टी मुख्यालय में मंगलवार को प्रेस वार्ता को संबोधित किया। दुर्गेश पाठक ने कहा कि यह कहीं किसी से छिपा नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी गरीब विरोधी पार्टी है।

भारतीय जनता पार्टी के मन में है कि जितने भी दलित लोग हैं, गरीब लोग हैं उन्हें किसी भी तरह से बेघर कर दिया जाए। आपको ध्यान होगा कि कुछ दिन पहले रेलवे ट्रैक के आसपास जितने भी झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोग हैं, भारतीय जनता पार्टी उनको वहां से हटाने का फैसला ले रही थी।

लेकिन दिल्ली सरकार ने उस फैसले के खिलाफ कदम उठाया और कोर्ट में जाकर झुग्गी झोपड़ी के लोगों को इससे राहत दिलाई। इसी कड़ी में आपने देखा होगा पूरे देश के अंदर दलित, माइनॉरिटी आदि के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने जंग छेड़ी हुई है। दिल्ली भी इससे अछूता नहीं है।

पहले से इनकी कोशिश है कि दिल्ली को गंदा किया जाए और आप सबको पता है कि दिल्ली के अंदर झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले जो लोग हैं उनके पास ऐसी व्यवस्था नहीं होती है कि वह अपने घर में शौचालय बना सकें। वह पूरी तरह से सरकार द्वारा कराई गई व्यवस्था पर निर्भर होते हैं।

दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली में केवल दो ही सरकार हैं, एक अरविंद केजरीवाल की सरकार और दूसरी एमसीडी है। दिल्ली में जब से अरविंद केजरीवाल जी की सरकार आई है उन्होंने हर झुग्गी झोपड़ी के पास शौचालय बनवाए और उनकी स्वच्छता सुनिश्चित कराई। दिल्ली में पहले भी कहीं-कहीं शौचालय थे लेकिन उनकी हालत बेहद खराब थी।

दिल्ली सरकार ने सत्ता में आने के बाद सभी शौचालयों को ठीक कराया। दिल्ली सरकार की ओर से सभी शौचालयों की सुविधा मुफ्त थी, जिसके कारण लोगों ने इन शौचालयों का इस्तेमाल करना शुरू किया और दिल्ली में आज खुले में शौच करने वालों की संख्या बहुत कम है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी चूंकि एक दलित, गरीब विरोधी पार्टी है, 

चरित्र को दर्शाते हुए उन्होंने एक फैसला लिया है। भाजपा शासित एमसीडी के नेताओं ने फैसला किया है कि एमसीडी के जितने भी शौचालय हैं उनका इस्तेमाल करने के लिए 5 रूपए का भुगतान भरना पड़ेगा।

हो सकता है सुनने में किसी अमीर आदमी को लगे कि 5 रुपए तो क्या ही होते हैं लेकिन झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले से पूछिए जिससे घर में 5-6 लोग रहते हों और जिसकी महीने की तनख्वाह ही 10 हज़ार, 8 हज़ार या 6 हज़ार हो,

अगर उसे शौचालय के इस्तेमाल के लिए एमसीडी को इतना पैसा देना पड़ेगा तो यह उसके लिए एक अतिरिक्त भार से कम नहीं है। ऐसे में उसके पास केवल दो ही विकल्प बचते हैं या तो वह दिल्ली में रहना छोड़ देगा या वह शौचालय इस्तेमाल करना बंद कर देगा।

दुर्गेश पाठक ने कहा, यदि शौचालय का इस्तेमाल बंद होगा तो उसके साथ दिल्ली में फिर से अस्वच्छता बढ़ेगी, इसी तरह से साथ में प्रदूषण बढ़ेगा। यह भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की एक सोची समझी साजिश है।

पहले तो एमसीडी को लूटो फिर जब पैसा खत्म हो जाए तो पैसा इकट्ठा करने के बहाने से इस तरह की अमानवीय नीतियां बनाना शुरू कर दो। सबसे बड़ी चीज तो यह है कि आपने भी देखा होगा कि एमसीडी के शौचालयों के कितने बुरे हाल हैं, इससे संबंधित हम आपको कुछ फोटो दिखाएंगे।

एमसीडी के शौचालयों की तस्वीरें पेश करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि ये भारतीय जनता पार्टी की एमसीडी की डिप्टी चेयरमैन तुलसी जोशी जी के वार्ड के शौचालय हैं।

मीनाक्षी लेखी जी जिन्होंने 2020 में इन शौचालयों का उद्घाटन किया, आप इनकी हालत देखिए। ऐसा भी नहीं है कि यह कोई पुरानी फोटो है,

ये अक्टूबर 2020 के उद्घाटन की फोटो हैं, यदि देखा जाए तो इनको शुरू हुए अभी कुछ भी समय नहीं हुआ है। एक तो इनका रख-रखाव बहुत बुरा है, इनमें कौन जाएगा? और ऊपर से कह रहे हैं कि हम प्रति व्यक्ति 5 रुपए लेंगे।

भारतीय जनता पार्टी के फैसले का विरोध करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा, भारतीय जनता पार्टी से मैं कहना चाहता हूं इस तरह की असंवेदनशील और अमानवीय कदम आपको कहीं नहीं लेकर जाएंगे।

अगर आप एक शहर चलाना चाहते हैं तो सरकार का यह धर्म बनता है कि वह गरीबों के साथ खड़ी हो, वह गरीबों के लिए सहूलतें पैदा करे। लेकिन चूंकि भारतीय जनता पार्टी का यह मिशन है कि गरीबों को खत्म करो और उसी मिशन के तहत उन्होंने यह अमानवीय, दकियानूसी और एक तानाशाही फैसला लागू किया है।

आम आदमी पार्टी इसका विरोध करती है और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से यह मांग करती है कि इस प्रस्ताव को आप तुरंत वापस ले इससे आप के राजस्व का कोई फायदा नहीं होने वाला है लेकिन दिल्ली की जनता को इससे बहुत बड़ा नुकसान होगा।

भारतीय जनता पार्टी के पार्षद भ्रष्टाचार करके और गरीबों से टैक्स लेकर एमसीडी चलाए, इससे बेहतर है कि भारतीय जनता पार्टी एमसीडी छोड़ दे।

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