एचआरए दिलाने पर जामिया स्कूल टीचर्स एसोसिएशन ने कुलपति प्रोफेसर नजमा अख़्तर को दी बधाई
नई दिल्ली
जामिया मिलिया इस्लामिया के शिक्षकों और कर्मचारियों के बीच खुशी का माहौल है। क्योंकि जुलाई 2017 से सातवें वेतन आयोग के तहत एचआरए में हुई वृद्धि का जामिया मिलिया इस्लामिया के शिक्षकों और कर्मचारियों को अब तक केवल पचास प्रतिशत ही प्राप्त हुआ था। केंद्र सरकार ने अभी तक शेष 50 प्रतिशत विश्वविद्यालय को नहीं दिया था। जिसके कारण विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों में काफी आक्रोश था।
2019 में जब प्रो नजमा अख़्तर ने जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलपति के रूप में पदभार संभाला, तो विश्वविद्यालय के चार संघों, जामिया टीचर्स एसोसिएशन, जामिया स्कूल टीचर्स एसोसिएशन, जामिया एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ एसोसिएशन और शफीक उर रहमान कीदवाई एसोसिएशन ने प्रो नजमा अख़्तर से मुलाकात की थी। सबने मांग की थी कि आप केंद्र सरकार से HRA की शेष राशि जल्द से जल्द दिलाएं।
इस अवसर पर जामिया स्कूल टीचर्स एसोसिएशन के सचिव चौधरी हरिस-उल-हक ने प्रो नजमा अख़्तर को हृदय से धन्यवाद दिया और कहा कि हम जानते हैं कि प्रो.नजमा अख़्तर ने अपना बकाया भुगतान कराने के लिए पूरी कोशिश की और उनका कठिन परिश्रम रंग लाया। अगर कोविड -19 नहीं होता तो हमारा बकाया पिछले साल ही मिल गया होता। उन्होंने रजिस्ट्रार नाज़िम हुसैन जाफ़री को भी धन्यवाद दिया और कहा कि जब से केंद्र सरकार से बकाया का पत्र प्राप्त हुआ है, नाज़िम हुसैन जाफ़री ने शिक्षकों और कर्मचारियों के बकाया का भुगतान करने के लिए दिन-रात काम किया है। जामिया एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ एसोसिएशन के सचिव नसीम अहमद ने वित्त अधिकारी रेनो बत्रा का धन्यवाद किया और कहा कि जिस तरह से बकाया का भुगतान किया गया है, हम यह भी उम्मीद करते हैं कि हमारे सदस्य जो एमएसीपी के तहत पदोन्नत किए गए हैं, उनका वेतन सही किया गया है, लेकिन बकाया राशि प्राप्त नहीं हुई है। आप उन्हें जल्द से जल्द इसका भुगतान भी कराएंगी।
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