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IPL पर मंडराया कोरोना का साया, दो खिलाड़ी पॉजिटिव, आज होने वाला RCB-KKR का मैच स्थगित

IPL पर मंडराया कोरोना का साया, दो खिलाड़ी पॉजिटिव, आज होने वाला RCB-KKR का मैच स्थगित

नई दिल्ली
कोरोना के कहर का असर अब आईपीएल पर भी पड़ गया है। सोमवार को होने वाले कोलकाता नाइट राइडर्स और बेंगलुरु के मैच को स्थगित कर दिया गया है। दरअसल, केकेआर के 2 खिलाड़ी वरुण चक्रवर्ती और संदीप वारियर कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में एहतियातन आरसीबी और केकेआर के मैच को रीशेड्यूल किया जाएगा। हालांकि अभी तक डेट का ऐलान नहीं हुआ है, कि कब ये मैच खेला जाएगा। उम्मीद है कि बीसीसीआई जल्द ही इस बारे में कोई घोषणा करेगा। ऐसा पहली बार हुआ है कि खिलाड़ियों के कोविड पॉजिटिव निकलने के बाद आईपीएल का कोई मैच स्थगित किया हो।
आईपीएल के 14वें सीजन के 30वें मैच में सोमवार को अहमदाबाद में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का सामना कोलकाता नाइट राइडर्स से होना था।
एएनआई में छपी खबर में बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, “वरुण और संदीप कोरोना पॉजिटिव आए हैं और इससे आरसीबी खेमें में चिंता बढ़ गई है। आज होने वाले खेल को स्थगित कर दिया गया है।


आपको बता दें कि कोरोना के संक्रमण काल में बीसीसीआई ने मजबूत ‘बायो-बबल’ का हवाला दिया था, जिसके बाद अब तक 29 मैच सफलतापूर्वक कराए गए। चेन्नई और मुंबई के चरणों के सभी मैच पूरे हुए। लेकिन अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में सीजन के 30वें मैच को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
इससे पहले खबर आई थी कि देश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बीच बीसीसीआई ने आईपीएल-14 में खिलाड़ियों के लिए बायो बबल को और सख्त कर दिया है। कहा गया था कि होटल में ठहरे खिलाड़ियों और सदस्यों को बाहर से खाना ऑर्डर करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बबल में रह रहे खिलाड़ी अब सिर्फ होटल के भीतर मिलने वाला ही खा सकेंगे। लेकिन इसके बावजूद खिलाड़ी संक्रमण से नहीं बच पाए।

जानिये क्या होता है ‘बायो बबल’

भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे, आईपीएल, यूएस ओपन जैसे खेल आयोजनों के दौरान बायो बबल का इस्तेमाल चर्चा में रहा है। बायो बबल को ईको बबल भी कहते हैं।
बायो-बबल एक अदृश्य कवच है जिसका उपयोग कोविड-19 महामारी के दौरान खेल आयोजनों की मेजबानी करने के लिए किया जा रहा है। सरल शब्दों में, यह एक सुरक्षित वातावरण है, जिसमें केवल उन्हीं लोगों को शामिल किया जाता है जिन्हें कोविड-19 के लिए नकारात्मक टेस्ट किया गया है, ताकि घटना के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कोरोना वायरस का संक्रमण रोका जा सके।
ये एक तरह का सुरक्षित वातावरण होता है। मैच से जुड़े सभी खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ इस सुरक्षित वातावरण में रहते हैं। ये एक ऐसा वातावरण हो जाता है जहां आप बाहरी दुनिया से कट जाते हैं। ये कुछ तरह से क्वारनटीन जैसा ही होता है, लेकिन इसमें सख्ती ज्यादा होती है।
ये बबल मैदान से लेकर होटल तक बनाया जाता है। खिलाड़ी इसके बीच में रहते हैं। इस बबल के अंदर जितने लोग होते हैं सिर्फ वही आपस में मिल सकते हैं, क्योंकि वे सभी कोरोना से दूर हैं। सभी की रिपोर्ट निगेटिव है। टूर्नामेंट के खत्म होने तक वे इस बबल से बाहर नहीं हो सकते। विशेष परिस्थिति में बाहर जाने वाले को और बबल में लौटने से पहले क्वारनटीन होना पड़ता है। कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव होने के बाद ही वे दोबारा बायो बबल से जुड़ते हैं। बीसीसीआई के मुताबिक, अगर कोई भी बायो बबल तोड़ता है तो वो कोड ऑफ कंडक्ट का दोषी माना जाएगा। उस पर कुछ मैचों का प्रतिबंध भी लग सकता है।

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