शर्मनाक: शादी के कार्ड के ज़रिए धमकी देकर दोस्त से ही माँग रहा था रंगदारी,चार गिरफ़्तार
शमशाद रज़ा अंसारी
ग़ाज़ियाबाद
गाजियाबाद पुलिस ने शादी के कार्ड में धमकी भरा पत्र रखकर मांगी जा रही रंगदारी के मामले का खुलासा कर दिया है। इस खुलासे में आपसी सम्बंधों को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। रंगदारी मांगने वाला कोई बाहरी गैंग नही बल्कि कारोबारी का क़रीबी दोस्त ही था। अभियुक्तों द्वारा 30 अप्रैल से लेकर अब तक तीन बार शादी के कार्ड से रंगदारी मांगी गई, जिसमें तीसरी बार बार बंदूक की गोली भी कार्ड में डाल कर भेजी गई।
प्रताप विहार कॉलोनी में रहने वाले कारोबारी हरकेश लूथरा का दिल्ली के अजमेरी गेट में पम्प का कारोबार है। जबकि पूरा परिवार 1992 से गाजियाबाद में ही रहता है।
शादी के कार्ड से कारोबारी हरकेश लूथरा से रंगदारी मांगी जाती थी। यह रंगदारी दिल्ली के (786) गैंग के नाम से मांगी जाती थी। रंगदारी मांगने वाला लिखता था कि तुम दिल्ली में अपना कारोबार बंद कर दो वरना तुम्हारे और तुम्हारे बेटे की हत्या कर दी जाएगी।
इस तरीके से दो बार शादी के कार्ड आए और उनमें धमकी देते हुये 25 लाख की रंगदारी मांगी गई। कारोबारी द्वारा कोई ख़ास प्रतिक्रिया न देने पर बदमाशों ने तीसरी बार कार्ड में पत्र के साथ एक कारतूस भी भेजा। बदमाशों ने एक बच्चे को ₹50 दिए कि यह कार्ड उनके घर पहुंचाना है। बच्चे द्वारा कार्ड मिलने के बाद उन्होंने जैसे ही वह कार्ड खोला तो उसमें धमकी भरा पत्र और एक कारतूस मिला। पत्र में 25 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई थी। यह भी धमकी दी गई थी कि यदि पुलिस के पास पहुंचे तो तुम्हें मौत के घाट उतार दिया जाएगा।
पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुये जाँच की तो पता चला कि पीड़ित हरकेश लूथरा के सबसे करीबी दोस्त और इलाके के दबंग यशपाल ने अपने तीन और साथी सुनील, सूरज और विकास के साथ यह प्लानिंग करी है।
पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद यशपाल ने बताया कि वह हरकेश लूथरा से भली भाँति परिचित है। उसे आशा थी कि हरकेश धमकी से डर कर तुरन्त रकम दे देगा। क्योंकि वह इससे पहले भी एक सौदे में हरकेश से रकम ऐंठ चुका था। यशपाल ने बताया कि यही सोचकर उसने अपने दोस्त सुनील बाली तथा दो अन्य साथियों विकास त्यागी एवं सूरज के साथ मिलकर रंगदारी वसूलने के लिए हरकेश लूथरा को कार्ड में धमकी भरा पत्र भेजा।
इनकी प्लानिंग सफल होने से पहले ही पुलिस ने तत्परता दिखाते हुये इन्हें दबोच लिया। अभियुक्तों के पास से मय कारतूस एक पिस्टल बरामद हुई है।
पकड़े गये अभियुक्त यशपाल सिंह पुत्र सुंदर सिंह,निवासी मकान नम्बर ई-216 सैक्टर-11 प्रताप विहार विजयनगर, सुनील बाली पुत्र नरेंद्र बाली,निवासी मकान नम्बर-15 माधोपुरा विजयनगर, विकास त्यागी पुत्र मुकेश त्यागी,निवासी मकान नंबर-2 गली नम्बर-2 सुभाष नगर नंदग्राम तथा सूरज कुमार पुत्र प्रेम कुमार,निवासी मकान नम्बर-43 सैक्टर-2 वसुंधरा इंदिरापुरम को जेल भेज दिया गया।
अभियुक्तगण को गिरफ़्तार करने वाली टीम में विजयनगर थाना प्रभारी महावीर सिंह, निरीक्षक क्राइम ब्रांच संजय कुमार पांडे, एसआई क्राइम ब्रांच अरुण कुमार मिश्रा,एसआई अनिल कुमार थाना विजयनगर, हेडकांस्टेबल राजकुमार थाना विजयनगर, हेडकांस्टेबल थाना विजयनगर चुक्खन सिंह, हेडकांस्टेबल क्राइम ब्रांच बालेन्द्र सिंह, हेडकांस्टेबल क्राइम ब्रांच खुर्शीद आलम, हेडकांस्टेबल क्राइम ब्रांच अनुज कुमार, कांस्टेबल क्राइम ब्रांच सुनील पँवार तथा कांस्टेबल क्राइम ब्रांच मनोज कुमार शामिल रहे।