ग़ाज़ियाबाद
कोविड महामारी का असर कम होता जा रहा है,लेकिन अभी तक ख़त्म नही हुई है। सरकार ने लॉकडाउन में बन्द किए धार्मिक स्थलों को शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दी है। जिसमें धार्मिक स्थल में सीमित संख्या में ही नमाज़ पढ़ सकते हैं। ग़ाज़ियाबाद शहर इमाम मुफ़्ती ज़मीर बेग क़ासमी ने चमन कॉलोनी स्थित ख़लीलिया मज़हरिया(पीर वाले) मदरसे में बुधवार को ईद उल अजहा की नमाज़ कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुये पढ़ाई। नमाज़ में केवल पाँच व्यक्ति शामिल हुए। नमाज़ के दौरान मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह पालन किया गया।
इस अवसर पर शहर इमाम ने कहा कि प्रशासन द्वारा जारी की गयी गाइडलाइन का पालन करना हमारी ज़िम्मेदारी बनती है। किसी भी स्थिति में प्रतिबंधित जानवरों की क़ुर्बानी न करें। जो तरीका हमारे यहां चला आ रहा है, उसी तरीके पर क़ुर्बानी अदा करें। साफ सफाई का पूरा ख्याल रखें। क़ुर्बानी के जानवर से निकलने वाली गंदगी को कट्टे के अंदर बंद करके नगर निगम की गाड़ी के अंदर डाल दें। अगर किसी को बिजली पानी की परेशानी हो तो प्रशासन को सूचित करें। एक साथ 50 व्यक्ति एकत्रित न हों।
शहर इमाम ने उम्मीद जताई है कि सभी के द्वारा इन निर्देशों का पालन किया जायेगा। शहर इमाम ने सभी को ईद की मुबारकबाद दी।
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