(शमशाद रज़ा अंसारी)
ग़ाज़ियाबाद। जनपद ग़ाज़ियाबाद की पुलिस इन दिनों सुर्ख़ियों में चल रही है। यह सुर्खियाँ पुलिस के गुडवर्क से नहीं, बल्कि बेडवर्क के कारण हैं। बीते दिनों ग़ाज़ियाबाद पुलिस ने व्यापारी के रूपये छोड़ने के नाम पर अवैध वसूली, कारोबारी से लूट के मामले में शामिल दरोगा, सीज गाड़ी के पार्ट्स बेचने तथा दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने को लेकर रंगदारी माँगने के मामलों को लेकर काफ़ी सुर्खियाँ बटोरीं। इसके अलावा जिले में ताबड़तोड़ हो रही लूट की वारदातों के कारण पुलिस की किरकिरी अलग हो रही है। पुलिस से जिले में लूट की वारदातें नहीं रुक रही हैं। अपराधी पुलिस के नियंत्रण से बाहर हो चुके हैं तो अब ग़ाज़ियाबाद पुलिस ने अपराधों की गिनती न बढ़ने देने के लिए पीड़ित को ही नियंत्रण में करने का तरीका अपना लिया है। लूट की सूचना पर पहुँची पुलिस ने पीड़ित को वकीलों की फीस और कोर्ट कचहरी का चक्कर बताकर कार्यवाही न करने की तहरीर ले ली। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद लूट की तहरीर ली गई है।
मिली जानकारी के अनुसार थाना कविनगर क्षेत्र के राजनगर सेक्टर-7 के ई-76 में सीमा देवी रहती हैं। सीमा देवी ने घर में ही कन्फेक्शनरी की दुकान खोली हुई है। उनके दो पुत्र सुनील एवं कुलदीप हैं। सुनील की शादी आठ माह पूर्व ही हुई थी। सुनील की पत्नी अपने मायके गई हुई है। पुत्रवधू के जेवर घर पर ही रखे थे। शुक्रवार दोपहर को सीमा देवी दुकान बन्द करके घर आ गईं। सुनील अपने काम पर था एवं कुलदीप बाहर घर हुआ था। सीमा देवी दोपहर घर पर अकेली थीं। दोपहर करीब 3 बजे दो बदमाशों ने उनके घर का दरवाजा खटखटाया। सीमा देवी बाहर आईं तो बदमाशों ने टॉफी के पैकेट का ऑर्डर लाने की बात कही। उन्होंने बताया कि उनका ऑर्डर नहीं है। बदमाश उनका ही ऑर्डर होने की बात कहकर घर में घुस गए। उनमें से एक बदमाश सीमा देवी को अंदर ले गया और दूसरे ने बाहर खड़े अपने एक और साथी को बुलाकर दरवाजा बंद कर लिया। सीमा ने बताया कि बदमाशों ने उनके गले पर चाकू लगा दिया और शोर करने पर जान से मारने की धमकी देते हुए चुन्नी से उनके हाथ बांध दिए। इसके बाद बदमाशों ने अलमारी में रखे सवा लाख रुपये के गहने और 10 हजार की नकदी निकाल ली। साथ ही दुकान में से 15 हजार रुपये की नकदी भी लूट ली।
सीमा देवी ने बताया कि वारदात के बाद दो बदमाश घर के पीछे वाले रास्ते से दरवाजे की कुंडी लगाकर भागे और एक बदमाश उनके हाथ खोलकर मकान के आगे वाले रास्ते से दरवाजे की कुंडी बाहर से लगाकर भागा।
सूचना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने लूट को छुपाने के लिए पीड़ित परिवार को फालतू चक्करों में पड़ने की बात कहकर बरगला दिया। पीड़िता के अनुसार पुलिस ने कहा कि जो नुकसान होना था हो गया, रिपोर्ट कराने पर कोर्ट कचहरी जाना पड़ेगा और वकील पर भी खर्चा करना पड़ेगा। ऐसा कहकर पुलिस पीड़िता से कोई कार्यवाही नहीं करवाने की बात लिखवाकर ले गई।
इस मामले में क्षेत्राधिकारी कविनगर अवनीश कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवार से पूरे घटनाक्रम की लिखित में तहरीर ली गई है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में पुलिसकर्मियों ने अगर पीड़ित को गुमराह करने की कोशिश की है तो इसकी जानकारी करके जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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