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ई-रिक्शा चालक की सूझबूझ से किडनैप होने से बचीं दो बच्चियाँ, भीख मंगवाने के लिए ले जा रहा था आरोपित

ई-रिक्शा चालक की सूझबूझ से किडनैप होने से बचीं दो बच्चियाँ, भीख मंगवाने के लिए ले जा रहा था आरोपित

दिल्ली। ज़रूरी नहीं है कि अपराध को रोकने के लिए केवल पुलिस ही काम करे। हम यदि अपने आसपास नज़र रखें और संदिग्ध गतिविधि होने पर पुलिस को सूचित करें तो हम भी अपराध रोकने में सहयोग कर सकते हैं। ऑटो, बस,ई-रिक्शा चालक अपनी सूझबूझ से वारदात को रोक सकते हैं। ई-रिक्शा चालक द्वारा अपनी सूझबूझ से वारदात को रोकने का मामला देश की राजधानी दिल्ली में सामने आया है। यहाँ दो बच्चियों को बहला-फुसलाकर ले जा रहे एक व्यक्ति को ई-रिक्शा चालक ने पुलिस के हवाले करके बड़ी घटना होने से बचा लिया।
पूरा मामला दिल्ली के विवेक विहार स्थित बालाजी मंदिर के पास का है। शुक्रवार 4 मार्च सुबह लगभग साढ़े दस बजे एक व्यक्ति 7 और 4 साल की दो बच्चियों के साथ ई-रिक्शा में बैठा। उसने बताया कि उसे करीब डेढ़ किलोमीटर दूर चिंतामणि चौक पर उतरना है। ई-रिक्शा चालक ब्रह्मदत्त उस व्यक्ति और बच्चियों को लेकर चला तो उनकी आपसी बातचीत से ब्रह्मदत्त को उस व्यक्ति पर शक हुआ। दरअसल बच्चियों ने व्यक्ति से रिक्शे में चढ़ते हुए कहा कि अंकल हमें खाना खिलाकर घर छोड़ देना। इसके बाद ब्रह्मदत्त ने अपने कान उनकी बातें सुनने में लगा दिए। शक होने पर ब्रह्मदत्त ने बच्चियों से पूछा कि क्या वो इस शख़्स को जानती हैं, बच्चियों ने मना कर दिया। इस पर ई-रिक्शा चालक ने उस शख़्स से पूछताछ की तो वह सन्तोषजनक उत्तर नहीं दे सका। ब्रह्मदत्त ने रिक्शा फौरन ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के पास रोक दिया और उन्हें पूरी बात बताई। पुलिसकर्मियों ने आरोपित से सख़्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह भीख माँगने के लिए बच्चियों का किडनैप करके ले जा रहा था।


डीसीपी (शाहदरा) आर. सत्यसुंदरम ने बताया कि पकड़े गये शख़्स की पहचान बिहार के छपरा जिले के रहने वाले संजय (40) के तौर पर हुई है। वह यहां फुटपाथ पर रहता है। आरोपित ने बताया कि वह भीख मंगवाने के लिए बच्चियों को किडनैप करके ले जा रहा था। पुलिस ने दोनों बच्चियों को उनके माता-पिता को सौंप दिया है, जो एक निर्माणाधीन बिल्डिंग में मजदूरी का काम कर रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में किडनैपिंग का मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। डीसीपी ने कहा कि ई-रिक्शा ड्राइवर ने साहस और दिमाग से काम लेकर एक मिसाल कायम की है। अपराध पर अंकुश लगाने में जनता आंख और कान बनकर पुलिस की इस तरह से मदद कर सकती है। पुलिस की तरफ से ई-रिक्शा ड्राइवर ब्रह्मदत्त को उचित इनाम दिया जाएगा।

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