गढ़वा: झारखंड में गढ़वा जिले के डंडई थाना क्षेत्र में 56 वर्षीय एक व्यक्ति को अपनी बेटी की शादी के एक दिन पहले खुद तीसरी शादी रचानी पड़ी। वहीं पिता की तीसरी शादी के दूसरे दिन बेटी की शादी भी पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ संपन्न हो गयी।
एनबीटी की खबर के अनुसार डंडई प्रखंड के लवाही गांव निवासी शिव प्रसाद वैद्य की बेटी की शादी 20 अप्रैल को होने वाली थी, लेकिन पिता की इश्कमिजाजी स्वभाव ने बेटी की शादी को मुश्किल में डाल दिया।
बताया गया है कि शिव प्रसाद वैद्य ने गांव के ही दुल्हन प्रसाद की नाबालिग पुत्री को तीन साल पहले बहला-फुसलाकर भगा कर छत्तीसगढ़ ले गया था। इस बीच दुल्हन प्रसाद को यह जानकारी मिल गयी कि उसकी बेटी को शिव प्रसाद वैद्य ने छत्तीसगढ़ के गांव में किराये के मकान में रखा। इसके बाद दुल्हन प्रसाद ने शिव प्रसाद की बेटी की शादी में अड़ंगा डालना शुरू किया, तो मामला पुलिस के पास पहुंचा। पुलिसिया छानबीन में यह बात सामने आयी कि शिव प्रसाद ने तीन साल पहले दुल्हन प्रसाद की जिस नाबालिग लड़की को भगा कर अपने साथ छत्तीसगढ़ ले गया था, वह अब बालिग हो चुकी है और उसका एक बच्चा भी हो चुका है।
ग्रामीणों के दबाव में पिता ने की तीसरी शादी
इसके बाद स्थानीय ग्रामीणों के दबाव के कारण शिव प्रसाद वैद्य को दुल्हन प्रसाद की बालिग हो चुकी बेटी से मजबूरन शादी करनी पड़ी। मामला पुलिस के पास पहुंचने के बाद शिव प्रसाद बैद्य ने 19 अप्रैल को लवाही गांव के ही बाबा मगरदह महादेव मंदिर में अपनी तीसरी शादी कर ली, ताकि उसकी बेटी की शादी में कोई अड़चन ना आए।
बेटी की शादी से पहले पिता ने लिए ‘सात फेरे’
बताया गया है कि शिव प्रसाद की पहली शादी के बाद उसकी पत्नी का निधन हो गया। उसके बाद उसने दूसरी शादी, जिससे उसके चार बच्चे हैं। तीसरी पत्नी से भी उसका एक बच्चा हो चुका है, जिसे वह अब तक छिपाये हुए थे। शिव प्रसाद की तीसरी शादी होने के बाद उसकी बेटी की भी शादी 20 अप्रैल को पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ हुई। शिव प्रसाद की अपनी पुत्री की शादी के पूर्व की गयी यह तीसरी शादी इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
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