नई दिल्ली। दिल्ली सचिवालय में बुधवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की अध्यक्षता में सिंगल यूज प्लास्टिक के अन्य विकल्पों पर काम करने वाले नए स्टार्ट-अप और सेल्फ हेल्प ग्रुप्स तथा संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की गई। इस बैठक के दौरान सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्पों को आम जनता में अधिक से अधिक बढ़ावा देने की कार्य परियोजनाओं पर चर्चा की गई।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सिंगल यूज प्लास्टिक के अन्य विकल्पों पर काम करने वाले नए स्टार्ट-अप और सेल्फ हेल्प ग्रुप्स के द्वारा लगाए गए स्टाल्स का भी जायज़ा लिया। इस अवसर पर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक के अन्य विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए सरकार नई ग्रीन स्टार्टअप पॉलिसी ला रही है।
बैठक के बाद दिल्ली सचिवालय में आयोजित महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में पर्यावरण विभाग प्रदूषण के विरुद्ध हर उचित कदम उठा रहा है। प्रदूषण को बढ़ावा देने में सिंगल यूज़ प्लास्टिक भी एक अहम भूमिका निभाता है। सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं के उपयोग को रोकने के लिए जागरुकता अभियान जरूरी है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए दिल्ली सरकार ने दिल्ली सचिवालय के सभी कार्यालयों में 1 जून से सिंगल यूज़ प्लास्टिक से उत्पादित सभी वस्तुओं को बैन करने की शुरुआत की है। लेकिन सिंगल यूज़ प्लास्टिक को बैन करने से सरकार के सामने दो चुनौतियाँ भी हैं। जिसमें सबसे पहले सिंगल यूज़ प्लास्टिक के उत्पादन, सप्लाई और बिक्री से जुड़े लोगों की आय पर प्रभाव और दूसरा सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्पों को आम जनता तक पहुँचाना मुख्य हैं।
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि इन दो बिंदुओं पर विचार- विमर्श करने के लिए दिल्ली सचिवालय में सिंगल यूज प्लास्टिक के अन्य विकल्पों पर काम करने वाले नए स्टार्ट-अप और सेल्फ हेल्प ग्रुप्स के प्रतिनिधियों और पर्यावरण विभाग, एनडीएमसी, उद्योग विभाग, डीपीसीसी, एमसीडी , दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड आदि के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की गई। इस बैठक में करीबन 17 स्टार्ट अप्स और सेल्फ हेल्प ग्रुप्स ने भाग लिया। बैठक के दौरान सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्पों पर काम करने वाले लोगों को कैसे बढ़ावा दिया जाए, इस पर सभी के साथ चर्चा की गई। इसी दिशा में आगे बढ़ने के लिए सरकार ने जून के महीने में साप्ताहिक मेले का आयोजन करने का निर्णय लिया है। जहाँ यह सभी स्टार्ट अप्स और सेल्फ हेल्प ग्रुप्स अपने द्वारा उत्पादित सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्पों की प्रदर्शनी लगाएंगे। साथ ही जो भी लोग सिंगल यूज़ प्लास्टिक के उत्पादन से जुड़े हुए हैं, उनके लिए भी सरकार नई ग्रीन स्टार्टअप पॉलिसी ला रही है, ताकि वह सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्पों के व्यवसाय में जुड़ सकें और सरकार इसके लिए उनको सहायता भी प्रदान करेगी।
सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्पों की लगाई गई प्रदर्शनी
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्पों पर कार्य कर रही 17 स्टार्ट अप्स और सेल्फ हेल्प ग्रुप्स के लोगों ने आज दिल्ली सचिवालय में प्रदर्शनी लगाई। जिसमें दिल्ली के विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस प्रदर्शनी में सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्प जैसे मिट्टी के बर्तन, कपड़े, पेपर और जूट से बने बैग्स, बायो डिग्रेडेबल चीज़ो से बनी क्राकरी को प्रदर्शित किया गया। साथ ही रीसाइकल्ड प्लास्टिक से बनी चीज़े जैसे ट्रेज, फूलदान, स्टैंड, फोटो फ्रेम्स आदि,कंपोस्टेबल उत्पाद, कंपोस्टेबल खाद्य पैकेजिंग सामग्री, घरेलू सजावट का सामान भी इस प्रदर्शनी में शामिल रहे।
सिंगल यूज़ प्लास्टिक बेचने वाले दुकानदारों की लिस्ट जारी करने के दिए गए निर्देश
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक को पूर्ण रूप से दिल्ली में बैन करने के लिए एमसीडी को भी सिंगल यूज़ प्लास्टिक की बिक्री से जुड़े दुकानों की एक लिस्ट बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं, भविष्य में उन्हें सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्पों पर कार्य कर रहें स्टार्ट-अप्स के साथ जोड़कर, आगे की कार्य परियोजना तैयार की जाएगी।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सभी से अपील करते हुए कहा कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्प का उत्पादन करने वाले स्टार्ट-अप्स/उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने के लिए सरकार के साथ अपना हाथ मिलाएं और दिल्ली को प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने के लिए एसयूपी के विकल्पों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें।
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