नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता कुँवर दानिश अली ने सरकार पर उर्दू भाषा के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना के बाद दूरदर्शन पर प्रसारित अंग्रेजी और हिंदी के बुलेटिन सामान्य कर दिए गए लेकिन उर्दू के मात्र दो बुलेटिन ही प्रसारित किए जा रहे हैं। अमरोहा से लोकसभा सांसद दानिश अली ने इस सम्बंध में सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर को एक पत्र लिखकर डीडी पर उर्दू के 10 बुलेटिन को बहाल करने की माँग की। उन्होंने लिखा मेरे संज्ञान में आया है कि वर्तमान समय में दूरदर्शन उर्दू पर उर्दू समाचारों की संख्या प्रतिदिन 10 से घटाकर दो कर दी गई है। वर्ष 2020 में कोरोना काल पूर्व डीडी उर्दू चैनल पर 10 उर्दू के बुलेटिन प्रसारित किए जाते थे, लेकिन कोरोना काल के दौरान सभी समाचार सेवाएँ प्रभावित हुई थी। उस समय उर्दू समाचार बुलेटिन भी 10 से घटाकर दो कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि अब जब अंग्रेज़ी और हिन्दी के समाचार बुलेटिनों को उनकी मूल संख्या बहाल कर दी गई, लेकिन उर्दू के सिर्फ़ दो बुलेटिन ही प्रसारित किए जा रहे है। यह उर्दू भाषा के साथ सौतेला व्यवहार है। बसपा सांसद ने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में पाँच करोड़ से अधिक लोग उर्दू बोलते हैं। यह उनके लिए सूचना का बेहतर साधन है। उन्होंने डीडी उर्दू चैनल पर कोरोना काल से पूर्व की तरह उर्दू बुलेटिन को यथावत बहाल करने का आग्रह किया है।
No Comments: