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कोटला नूंह के ग्रामीणों ने स्कूल पर जड़ा ताला, आफताब ने प्रशासन से की बात

कोटला नूंह के ग्रामीणों ने स्कूल पर जड़ा ताला, आफताब ने प्रशासन से की बात


नूंह। नूंह जिले के गांव कोटला के राजकीय उच्च विद्यालय में एक भी शिक्षक नहीं होने के कारण ग्रामीणों ने स्कूल पर ताला जड़ दिया और तीन दिनों से धरने पर बैठे हैं। छात्रों व अभिभावकों ने कहा कि सरकार व प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहे हैं और बीते तीन दिनों से ना कोई अधिकारी पहुंचा है और ना ही कोई सरकार का नुमाइंदा। इसके विरोध में ग्रामीणों, अभिभावकों व विद्यार्थियों ने विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की और अपना रोष जताया। ग्रामीणों ने कहा कि तय समय में तैनाती नहीं हुई तो ग्रामीण बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू कर देंगे।

नूंह विधायक व कांग्रेस विधायक दल उप नेता चौधरी आफताब अहमद ग्रामीणों के बीच पहुंचे और उनका समर्थन करते हुए कहा कि ये दुखद है कि भाजपा जजपा सरकार मेवात व प्रदेश की तालीम को बर्बाद करने का काम कर रही है।

आफताब अहमद ने मौके से ही जिला शिक्षा अधिकारी को फोन लगाते हुए कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिक्षा विभाग का कोई भी अधिकारी स्कूल नहीं पहुंचा और ना ही मामले को लेकर कोई समाधान निकाला। आफताब अहमद ने कहा कि भाजपा सरकार जान बूझकर मेवात व प्रदेश की शिक्षा का बेडा गर्क कर रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मांग है कि जल्द से जल्द यहां शिक्षक भेजे जाएं और स्कूल में सुचारू रूप से पढ़ाई शुरू की जाए।

आफताब अहमद ने कहा कि 200 से अधिक छात्रों के भविष्य का सवाल है और सरकार मेवात को आकांक्षावान जिला मानती है लेकिन तालीम से लेकर स्वास्थ्य तक की सेवाओं को दरकिनार कर रही है। सुविधाओं के सुधार के बजाए उन्हें खराब किया जा रहा है, ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार भेदभाव कर रही है।

नूंह विधायक आफताब अहमद ने कहा कि अगर शिक्षक नहीं भेजे गए तो कांग्रेस पार्टी सडक से लेकर विधान सभा तक में मामले को जोर शोर से उठाकर संघर्ष करेगी।

उन्होंने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में मेवात कैडर इसलिए बनाया गया था कि ताकि मेवात की शिक्षा व्यवस्था को सुधारा जा सके। सैकडों शिक्षक मेवात में लगाए गये थे, स्थानीय युवाओं को रोजगार मिले थे। लेकिन भाजपा सरकार ने मेवात कैडर को लगभग निष्कर्ष कर दिया है, कोई भर्ती नहीं हुई है और अब तो शिक्षकों को भी लाने के बजाए मेवात से बाहर भेजा जा रहा है।

आफताब अहमद ने कहा कि उन्होंने व मेवात के दोनों विधायकों ने शिक्षकों की कमी का मामला विधान सभा में जोर शोर से उठाया था और लगभग 550 शिक्षक मेवात लाए गये थे। नूंह विधायक आफताब अहमद ने कहा कि इस मामलें में भी निर्णायक लड़ाई लडी जाएगी।

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