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गांधी की तरह आज भारत जोड़ने की सख्त जरूरत: आफताब अहमद

गांधी की तरह आज भारत जोड़ने की सख्त जरूरत: आफताब अहमद

नूंह। रविवार दो अक्टूबर को जिला कांग्रेस मुख्यालय नूंह पर महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें खिराजे अकीदत पेश की गई। गांधी पार्क नूंह में जलभराव के कारण ये कार्यक्रम जिला कांग्रेस मुख्यालय नूंह पर आयोजित किया गया। आफताब अहमद प्रशासन की लापरवाही पर खासे नाराज दिखे और कहा कि जब सरकार और प्रशासन गांधी पार्क के पानी को नहीं निकाल सकते तो भला वो किसानों के खेतों से जल निकासी कैसे करेंगे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस विधायक दल के उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि आज देश को ठीक उसी तरह जोड़ने की जरूरत है, जैसे अंग्रेज हुकुमत के दौरान महात्मा गांधी ने देश को दांडी यात्रा में जोड़ा था। आज
कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने भारत को उसी तरह एकजुट करने का प्रण लिया जैसे कि राष्ट्रपिता ने अन्याय के खिलाफ देश को एकजुट किया था।


आफताब अहमद ने कहा कि राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी ने ना केवल भारत बल्कि विश्व को सत्य और अहिंसा के पथ पर चलना सिखाया। प्रेम, करुणा, सद्भाव और मानवता का अर्थ समझाया था। देश हमेशा महात्मा गांधी के त्याग, बलिदान और संघर्ष का कर्जदार रहेगा। लेकिन आज सत्ता में बैठे दल व उनसे जुडे संगठन राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी की विचारधारा को छोड़कर उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की विचार धारा को आगे बढा रही है। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि गोडसे की विचारधारा को कुछ स्वार्थी नेता मेवात में भी फैलाने का काम कर रहे हैं , लेकिन ये गांधी की सरजमीं है ये गोडसे के अनुयायियों को कबूल नहीं करेगी।
आफताब अहमद ने कहा कि जुबां पर भारत जोड़ो का नारा और हाथ में एकजुटता की मशाल लिए दृढ़ संकल्प के साथ बापू द्वारा दिखाए गए रास्ते पर ही देश चलेगा और राहुल गांधी वही कोशिश कर रहे हैं।
आफताब अहमद ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जीवन सामाजिक सदभाव और देश भक्ति के लिए समर्पित रहा उन्होंने भारत देश के उत्थान के लिए अथक प्रयास किये। उन्होंने कहा हमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री के सिद्धान्तों का अनुसरण करना चाहिए।
वहीं पीसीसी सदस्य महताब अहमद ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की दूरदृष्टि, उनके सिद्धांतों, उनके आदर्शों ने भारत की नींव रखी। आज जब हम गांधी जयंती मना रहे है तो सभी शांति एवं अहिंसा के लिए अपना जीवन समर्पित करने का संकल्प लें। स्वतंत्रता सेनानी लाल बहादुर शास्त्री को भी उन्होंने खिराजे अकीदत पेश करते हुए कहा कि राष्ट्र के सच्चे निर्माता, उनके नारे जय जवान, जय किसान ने राष्ट्र को समर्पित हमारे जवानों तथा किसानों के खून और पसीने के लिए भारतीयों में गौरव का संचार किया। एक विशेषता जो गांधीजी तथा शास्त्री जी में एक समान थी वह पूर्ण संकल्प था, जो हमें प्रेरित करता रहा है।
इस दौरान जिला कांग्रेस की सभी अग्रणी ईकाईयों के पदाधिकारी ने भी महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को खिराजे अकीदत पेश की।

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