(शमशाद रज़ा अंसारी)
ग़ाज़ियाबाद। हॉट सिटी,सेफ सिटी, स्मार्ट सिटी और न जाने किन-किन नामों से पुकारा जाने वाला जिला ग़ाज़ियाबाद इस समय क्राइम सिटी बन गया है। जनपद की कमिश्नरेट पुलिस के लिए अपराधी सिरदर्द बन चुके हैं। जिले में हो रही ताबड़तोड़ आपराधिक वारदातों से जनपदवासी दहशत के साये में जी रहे हैं। शहर से लेकर देहात तक कहीं भी राहत नहीं है। सड़क तो दूर की बात है,जनपदवासी घरों में भी सुरक्षित नहीं है। चोरों को पुलिस की सक्रियता पर इतना विश्वास है कि वह बेख़ौफ़ होकर एक जगह ही दो बार चोरी कर रहे हैं। लूट की घटना को चोरी में दर्ज करने से भी बदमाशों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।
सिटी ज़ोन की बात करें तो नंदग्राम थाना क्षेत्र का पाश इलाका राजनगर एक्सटेंशन इन दिनों बदमाशों की पहली पसंद बना हुआ है। बीते एक माह में बदमाश यहाँ चोरी-झपटमारी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं। यहाँ की के डब्लू सोसायटी में मामला अधिक गंभीर है। सोसायटी के टॉवर H 1603 में रहने वाली काम्या आहूजा के यहाँ चोरों ने 20 फ़रवरी को लाखों रुपये की नगदी,जेवर व डॉलर चोरी किये थे। एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी अभी तक चोरों को कोई सुराग नहीं मिला है। काम्या आहूजा का आरोप है कि पुलिस केवल खानापूर्ती करके चली गई। इस चोरी का खुलासा अभी हुआ ही नहीं था कि 10 मार्च को इसी टॉवर के H 1803 में रहने वाले अविनाश बेरीवाल के यहाँ चोरों ने धावा बोल दिया। गनीमत यह रही कि अविनाश उस समय घर पर ही थे। इसलिए चोर चोरी करने में असफल रहे। अविनाश बेरीवाल ने बताया कि वह नोएडा में प्राइवेट जॉब करते हैं। फ्लैट अक्सर बंद रहता है। रविवार को वह फ्लैट में ही थे। तभी उन्हें फ्लैट के दूसरे कमरे में खटर-पटर की आवाज़ सुनाई दी। वह कमरे से निकले तो चोर रसोई की तरफ से निकलकर भाग गया। चोर ने अलमारी का ताला तोड़कर सामान निकाल लिया था,लेकिन अविनाश के आने के कारण सामान ले जाने में सफल नहीं हो सका। अविनाश ने बताया कि चोर बालकनी की खिड़की से घर में दाखिल हुआ था। इसके अलावा 8 मार्च को राजनगर एक्सटेंशन में ही रीमा नाम की महिला से बदमाशों ने चेन झपट ली। जबकि घटनास्थल से करीब सौ मीटर की दूरी पर ही पुलिस की गाड़ी खड़ी होती है।
ट्रांस हिंडन की बात करें तो यहाँ थाना शालीमार गार्डन बदमाशों को पसंद आ रहा है। डीएलएफ निवासी ईशीका जैन से बदमाश 2 मार्च को पुराने डीएलएफ के पास से मोबाइल छीनकर भाग गए। शालीमार गार्डन एक्सटेंशन-2 निवासी अनीता राजपूत 9 मार्च को ई रिक्शा में बैठकर जा रही थीं। इसी दौरान शनिवार बाजार रोड के पास बदमाशों ने अनीता से मोबाइल छीनने का प्रयास किया। मोबाइल छीनने में असफल रहने पर बदमाशों ने अनीता का हाथ पकड़कर खींच लिया,जिससे अनीता घिसट गईं और उन्हें काफी चोट आई। पुलिस ने अपनी मामले पर लीपापोती करने की कारस्तानी करते हुए चोरी की धाराओं में मुकदमा दर्ज करके अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली।
देहात की बात करें तो 8 मार्च को थाना ट्रॉनिका क्षेत्र में इंद्रापुरी पुलिस चौकी के पास हथियारबंद बदमाशों ने पिज्जा दुकान के मालिक व ग्राहकों से लूट की। थाना मोदीनगर की मोदीपोन चौकी अंतर्गत आने वाली स्वास्थ्य विहार कॉलोनी में गैराज चलाने वाले इरफ़ान के गोदाम से चोरों ने लाखों रुपये का सामान चोरी कर लिया। उन्होंने बताया कि फ़रवरी के शुरू में चोरों ने लाखों रुपये का सामान चोरी कर लिया। जिसके बाद उन्होंने पुलिस के कहने पर गोदाम में सीसीटीवी लगवाए। 29 फ़रवरी को चोर फिर से दरवाज़ा तोड़कर गोदाम में घुस गए। लेकिन इरफ़ान मौके पर पहुँच गए,जिससे चोर सामान नहीं ले जा सके। अब इरफ़ान ने कमिश्नर से अपील की है कि चोरों को पकड़वाने में मदद करें। जनपद में हो रही इन आपराधिक वारदातों से लोगों में दहशत है।
बढ़ती चोरियों पर दीपांशु मित्तल ने उठाए सवाल
ग़ाज़ियाबाद। फेडरेशन ऑफ राजनगर एक्सटेंशन ऐओऐ के मीडिया प्रभारी दीपांशु मित्तल ने राजनगर एक्सटेंशन में आपराधिक वारदातें बढ़ने पर सुरक्षा एजेंसी की कार्यशैली को लेकर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि हैराइज गेटेड सोसायटी में चोरी होना कुछ समय पहले तक आश्चर्यजनक था। लेकिन कुछ समय से ये घटनाएं लगातार हो रही हैं। जब सोसायटी में गेट पर सिक्वरिटी गार्ड, टावर गार्ड, हर जगह सीसीटीवी कैमरे इत्यादि होते हैं तो चोर आसानी से सोसायटी में घुसकर चोरी करके कैसे निकल जाते हैं। उन्हे कैसे पता चलता है कि फ्लैट में किधर से जाना है, कौन-कौन से फ्लैट अभी बंद पड़े हैं। सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद भी महीनों तक कोई कार्यवाही क्यों नही होती। पुलिस को सभी गार्ड, मेंटिनेंस, मेड, हाउसकीपिंग, डिलीवरी बॉय के वेरिफिकेशन सुनिश्चित कराने चाहिए। चोरी की घटना होने पर सिक्योरिटी एजेंसी की जिम्मेदारी सुनिश्चित करानी होगी।
दीपांशु ने कहा कि हर सोसायटी में हजारों निवासी मिलकर लाखों का सुविधा शुल्क देते हैं, उसके बाद भी सुरक्षा के नाम पर लीपापोती होना बेहद निराशाजनक हैं।
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