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यंगमैन हॉकी क्लब ग्राउंड की समस्याओं को लेकर विधायक से मिलेंगे मोईन खान

यंगमैन हॉकी क्लब ग्राउंड की समस्याओं को लेकर विधायक से मिलेंगे मोईन खान


(मो. शाह नबी)
रामपुर। जनपद के यंगमैन हॉकी क्लब को स्थापित हुए सौ साल पूरे हो गए हैं। रामपुर रियासत के नवाब हामिद अली खां ने 1922 में इस क्लब की स्थापना की थी। तब से लेकर अब तक यह क्लब देश को खिलाड़ी दे चुका है। लेकिन अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे करने वाला यंगमैन हॉकी क्लब इन दिनों दुर्दशा में है। कॉलोनियों का पानी मैदान में भरने के अलावा क्लब के सामने अन्य समस्याएं भी हैं।


यंगमैन यूनियन हॉकी क्लब के वाइस प्रेसिडेंट मुईन हसन खान नें कहा कि मैं भी हॉकी का खिलाडी रहा हूँ, राजनैतिक गतिविधियों में वयस्त होने के कारण अब मुझे बहुत समय नहीं मिलता, लेकिन मैं भी चाहता हूँ कि हमारे यंगमैन हॉकी क्लब ग्राउंड की समस्याएं हल हों। इस विषय में हम नगर विधायक हनी सक्सेना और नवाब काज़िम अली खान से मिलेंगे। मुईन हसन खान नें बताया कि नवाब ज़ुल्फ़ेकार अली खान उर्फ़ मिक्की मियां यंगमैन हॉकी क्लब के संरक्षक थे। यंगमैन क्लब की किसी ज़माने ए, बी और सी.. तीन तीन टीम्स हुआ करती थीं। क्लब की पारम्परिक जर्सी
हरे रंग की है और यह जर्सी अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की जर्सी से मिलती जुलती है।
हमारी जर्सी पर पीछे वाई लिखा हुआ है और एएमयू की जर्सी पर वी लिखा हुआ है। इस क्लब नें नासिर खान पाईया जैसे ओलम्पियन खिलाडी दिए, मशकूर अली खान जैसे आयरन वॉल जैसे सेंटर हाफ़ खिलाडी भी दिए,
इसी क्लब के अब्दुल रऊफ पाकिस्तान चले गये जो बाद में पाकिस्तान की टीम से इंटरनेशनल खिलाड़ी बने। इसके अलावा इस क्लब ने मुशताक हुसैन खान जैसे हॉकी खिलाडी पैदा किये जो न सिर्फ हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के साथ खेले, बल्कि उनको सेकण्ड ध्यानचंद की उपाधि से भी अलंकरत किया गया। नवाब रज़ा अली खान ने भी हमेशा यंगमैन हॉकी क्लब के खिलाडियों को विशेष सम्मान दिया। मशकूर अली खान इस क्लब के एक ज़माने तक कर्ताधर्ता रहे।
खास खिलाडियों में वारिस हुसैन छुट्टू साहब, साहिबज़ादा चंदा साहब, मंज़ूर मियां, असलम मुल्ला,मालूक़ खान आदि नाम भी लिये जा सकते हैं
इस वक़्त आसिम अली खान इस क्लब को ज़िंदा रखे हुए हैं।
वह खुद भी अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की टीम के खिलाडी रह चुके हैं। आज सभी हॉकी प्रेमी इस क्लब को आगे बढ़ाने में मदद को सामने आएं ताकि हॉकी जैसे राष्ट्रीय खेल को बचाया जा सके।

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