नई दिल्ली : बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं, उद्योग मंत्री श्याम रजक सोमवार को अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं, सूत्रों के मुताबिक बाद में वो जेडीयू छोड़कर आरजेडी में शामिल हो सकते हैं, फिलहाल 17 अगस्त को उनका इस्तीफा तय माना जा रहा है, श्याम रजक के आरजेडी में शामिल होने के कयास पहले से ही लगाए जा रहे हैं, हालांकि अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, श्याम रजक का नाराज होकर आरजेडी में शामिल होने की बात को बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू के लिए झटका माना जा रहा है.
बता दें कि श्याम रजक एक समय में लालू प्रसाद यादव के करीबी नेताओं में गिने जाते थे, श्याम रजक राबड़ी देवी सरकार में मंत्री भी थे, बताया जा रहा है कि श्याम रजक जेडीयू में अपनी अनदेखी से उपेक्षित महसूस कर रहे थे, कई कोशिशों के बावजूद जब हालात नहीं बदले तो अंदर खाने से ये संभावना जताई जाने लगी थी कि श्याम रजक की फिर अपनी पुरानी पार्टी आरजेडी में घर वापसी हो सकती है.
श्याम रजक 2009 में राष्ट्रीय जनता दल को छोड़कर जेडीयू में शामिल हुए थे, जेडीयू के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़े और मंत्री बने, फिलहाल, अब कहा जा रहा है कि बिहार में अहम दलित चेहरे के रूप में जाने जाने वाले श्याम रजक फिर राष्ट्रीय जनता दल में वापसी कर रहे हैं, जातिगत समीकरण के लिहाज से श्याम रजक का आरजेडी में लौटना नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के लिए झटका माना जा रहा है.
श्याम रजक के नीतीश कुमार का साथ छोड़ने की बात ऐसे समय की जा रही है, जब एनडीए की साझेदार एलजेपी की बिहार में जेडीयू से रिश्तों में खटास बढ़ती दिख रही है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान में टकराव बढ़ रहा है, दोनों दलों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.
रिपोर्ट सोर्स, पीटीआई