पटना: कृषि कानूनों के खिलाफ राज भवन मार्च कर रही जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव समेत अन्य समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस दौरान पार्टी के कई नेताओं को चोटें आई। मार्च में हजारों की संख्या में किसान शामिल थे। अनिश्चितकालीन धरना स्थल बड़ी पहाड़ी, बाइपास से राज भवन कूच करने से पहले ही पुलिस ने धरना स्थल को घेर लिया और आगे बढ़ने से रोक दिया। लाठीचार्ज से पहले पुलिस ने पहले वाटर कैनन का उपयोग कर भीड़ को खत्म करने का प्रयास किया।

मार्च का नेतृत्व कर रहे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि विरोध प्रदर्शन करना सभी नागरिकों का मूल अधिकार है। आज प्रशासन हमें अपने मूल अधिकार से वंचित कर रहा है। आज देश का अन्नदाता खतरे में हैं। हम किसी तानाशाह के रोकने से नहीं रूकेंगे। हम यह लड़ाई आखिरी दम लड़ेंगे और लड़ कर जीतेंगे। लाठीचार्ज की निंदा करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। मैं इस लाठीचार्ज की घोर निंदा करता हूँ। जनता इस पुलिसिया कार्रवाई का जवाब जरूर देगी।

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आपको बता दें कि जाप किसानों के समर्थन में तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी हुई है। मंगलवार धरने का सातवां दिन था। जाप अध्यक्ष ने कहा कि ये कृषि कानून नहीं काला कानून है। हम किसानों की आवाज को उठाते रहेंगे। नरेंद्र मोदी की सरकार 130 करोड़ लोगों का अधिकार छीन मुठ्ठी भर पूंजीपतियों के हाथों में देना चाहती है।  इस दौरान पार्टी के महासचिव राजेश रंजन पप्पू और छात्र नेता मनीष कुमार और प्रिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव रघुपति सिंह, प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, सविता सिंह नेपाली, सच्चिदानंद राय, रानी चौबे सहित पार्टी के तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहें।

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