नई दिल्ली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को एक और पत्र लिखा है, इस खत में उन्होंने माइक्रो, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) के उद्यमियों और उनमें कार्यरत मज़दूरों की समस्याओं की तरफ़ उनका ध्यान खींचने की कोशिश की है, उन्होंने…
इस्लाम हुसैन कोविड-19 को एक ओर विश्व के नए संगठक के रूप में देखा जा रहा लेकिन देश की सरकार इसे अपने एजेन्डे को लागू करने के अवसर की तरह देख रही है, यह प्रश्न अब बहुत पीछे छूट गया है कि सरकार ने समय…
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के बाद से लोग एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आ रहे हैं, मजदूर भी मजदूर की मदद कर रहा है, अब्दुर्रहमान की उम्र 55 वर्ष है, वो कर्नाटक के मंगलौर के रहने वाले हैं, खेतों में…
नई दिल्ली: पीएम मोदी रविवार सुबह देशवासियों से ‘मन की बात’ करेंगे, कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरे देश में 3 मई तक लॉकडाउन घोषित है, ऐसे में चर्चा है कि पीएम एक बार फिर लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर देशवासियों का सहयोग मांग सकते हैं,…
नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी जिले के मुस्तफाबाद इलाके मे सौफिया एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी व् हमदर्द लैबोरेट्रीज मिलकर कोरोना वाइरस की महामारी से हुए लॉकडाउन के बाद देश भर में गरीबों,मज़दूर,झुग्गी झोंपड़ी वालों से लेकर रोजमर्रा के कामकाज लोगों के लिए कोरोना के अलावा भूख…
नई दिल्ली: यूपी की योगी सरकार दूसरे राज्यों में 14 दिन का क्वारनटीन पूरा कर चुके मजदूरों को वापस लाने की तैयारी में है, प्रदेश सरकार दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाएगी, इसके लिए कार्य योजना बनाने को योगी सरकार…
खुर्शीद रब्बानी इन दिनों तक़रीबन हर न्यूज़ चैनल पर सुबह शाम, हिन्दू-मुसलमान पर डिबेट हो रही है या फिर मुसलमानों के नाम पर नफ़रत, ज़हर और झूठ फैलाने का कम किया जा रहा है और मुसलमानों के साथ साथ इस्लाम को भी बदनाम करने की…
अनिल जैन यह तथ्य तो अब जगजाहिर हो चुका है कि भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों के लिए एक संप्रदाय विशेष को संगठित और सुनियोजित रूप से ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है, यह काम सरकार के स्तर पर भी हो रहा…
नीरेंद्र नागर पालघर में पिछले दिनों गाँववालों द्वारा दो साधुओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और कुछ लोगों की शिकायत है कि इस घटना की उतनी निंदा क्यों नहीं की जा रही जितनी दादरी (अख़लाक़) या दूसरे मामलों की गई थी, उनकी शिकायत है…
श्रवण गर्ग ये कुछ ऐसी कहानियाँ हैं जिनका कि रिकॉर्ड और याददाश्त दोनों ही में बने रहना ज़रूरी है। कोरोना को एक-न-एक दिन ख़त्म होना ही है, ज़िंदा तो अंततः इसी तरह की लाखों-करोड़ों कहानियाँ ही रहने वाली हैं। ये तो केवल वे कहानियाँ हैं…