हंगामा म्युज़िक ने एल्बम “शरारत के वो दिन” लांच किया है. जो सभी OTT प्लेटफॉर्म्स जैसे (jio savan, airtel wynk music, gana.com, amazon music, spotify, hungama.com) आदि पर उपलब्ध हैं, जिसमें दो बेहद खूबसूरत गाने हैं- “शरारत के वो दिन” और “दिलकश” इन दोनों गाने को लिखने वाले हैं मोनिस रहमान.
मोनिस के बारे में आपको बता दें कि ये सहारनपुर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं,और अभी फ़िलहाल मुंबई में रह रहे हैं. इनकी यह पहली एल्बम रिलीज हई है. मोनिस ने पत्रकारिता और जनसंचार से एम ए किया है और कई मीडिया हाउस में काम किया है, फ़िलहाल मोनिस रहमान बॉलीवुड में बतौर स्क्रिप्ट राइटर और गीतकार काम कर रहे हैं ! मोनिस रहमान एक शायर भी हैं, और वह कई मुशायरों में अपनी शायरी से लोगों के दिल पर अपनी छाप छोड़ चुके
हिन्द न्यूज़ से मोनिस रहमान की बातचीत
आपके दो गाने रिलीज हो गये आप कैसा महसूस कर हैं?
मुझे ख़ुशी हुई की मेरे दो गीतों को हंगामा म्यूजिक ने आधिकारिक तौर पर लौंच किया, मैंने इससे पहले कई यूट्यूब चैनल्स के लिए गाने लिखे हैं लेकिन वो सब एक कांट्रेक्ट के तहत होता था, जिसमे मेहनताना तो मिलता था पर नाम नहीं मिलता था, अभी हंगामा ने आधिकारिक रूप से इसे सभी OTT पर रिलीज़ किया, जिसकी मुझे बहुत ख़ुशी है.
आपको लिखने का शौक़ कबसे हुआ ?
लिखने का शौक़ तो बचपन से ही था लेकिन 10 वीं कक्षा के बाद से इसकी रूचि और बढ़ गयी, तब में नज्में लिखता था क्योंकि लिखने का इतना शऊर नहीं था, उन दिनों यह भी नहीं मालूम था की नज़्म, ग़ज़ल और गीत में क्या अंतर होते हैं, ना ही कोई उस्ताद था, तो बस ऐसे ही खुद से शुरू किया, फिर कॉलेज में आते आते बहर मीटर रदीफ़ काफिये के बारे मैं विस्तृत जानकारी हासिल की, बड़े शायरों और लेखकों को पढ़ना शुरू किया, और ऐसे धीरे धीरे यह शौक़ कब ज़रूरत बन गया पता ही नहीं चला !
आप किसको प्रेरणा मानते हैं ?
मुतास्सिर तो बहुत लोगों ने किया, शुरू शुरू में मैंने आसान शायरी पढ़नी और सुननी शुरू की, फिर जैसे जैसे शऊर बढ़ता गया तो मीर, ग़ालिब, दाग, इक़बाल, जौन और अहमद फ़राज़ को पढ़ना शुरू किया, पाकिस्तान के अहमद फ़राज़, हिंदुस्तान के बशीर बद्र, मुज़्तर खैराबादी और अनवर जलालपुरी से प्रेरणा मिली.
आपने सहारनपुर से मुंबई तक के सफ़र के बारे में कुछ बताइए
ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद सहारनपुर छोड़ दिया था, और चेन्नई की एक आईटी कम्पनी में नौकरी की जिसका ऑफिस इलाहबाद में था, उसके बाद लखनऊ और फिर दिल्ली पंहुचा, दिल्ली में एक मिडिया संस्थान के लिए कंटेंट राइटिंग की साथ साथ पोस्ट ग्रेजुएशन की पढाई की, फिर बतौर पत्रकार एक मैगजीन के लिए काम किया, फिर कई न्यूज़ पोर्टल्स के लिए फ्री लान्सिंग की और साथ में यूट्यूब चैनल्स के लिए गाने और कहानियाँ भी लिखी. इसके बाद मुंबई से गीत और स्क्रीन राइटिंग के लिए ऑफर्स आये और मैं मुंबई प्रस्थान कर गया, और अब यहाँ पर गाने और स्क्रिप्ट लिख रहा हूँ.
अभी और कौन से गाने और फ़िल्म लिख रहे हैं, वो कब तक सुनने और देखने को मिलेंगे ?
अभी फ़िलहाल “शरारत के वो दिन” एल्बम के लिए ही दो गीत लिखे हैं, जो जल्द ही आपको सुनने को मिलेंगे, इसके अलावा mx playar के लिए एक वेब सिरीज़ लिख रहा हूँ जिसपर जल्द ही काम शुरू होगा, और 2021 तक दर्शक उसे देख कर लुत्फ़ उठा पाएंगे !