पुलिस की दो दर्जन से ज्यादा टीमें 48 घंटों में 100 से ज्यादा जगह छापेमारी कर चुकी हैं लेकिन 8 पुलिसकर्मियों की ह’त्या करने वाला आतंकी विकास दुबे पुलिस की पहुंच से अभी भी दूर है। सफलता के नाम पुलिस के पास विकास दुबे का एक साथी दया शंकर अग्निहोत्री है. जिसे कल्याणपुर से गिरफ्तार किया गया है.
दूसरी तरफ कानपुर प्रशासन ने विकास दुबे के बिठुर स्थित आवास को गिरा दिया है. घर गिराने के लिए विकास दुबे की उसी जेसीबी का इस्तेमाल किया गया, जिसे उसने पुलिस के रास्ते को रोकने के लिए इस्तेमाल किया था.
पुलिस ने सिर्फ विकास का घर ही नहीं तोड़ा है बल्कि उसे मामा के उस घर को भी जमींदोज कर दिया है जिसमें अपराधियों ने डीएसपी देवेंद्र मिश्रा की ह’त्या की थी.
विकास ने पूरे इलाके में अपना अवैध काम फैला रखा था. उसके घर पर तमाम तरह की अवैध गतिविधियां होती थीं. घर के नीचे बकंर बना रखे थे उसके घर में अवैध असलहों की भरमार थी.
कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया है कि विकास दुबे के घर में बंकर था, जिसकी दीवारों में वो अवैध असलहा-बारूद चुनवा कर रखता था। आईजी ने बताया विकास दुबे के घर से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया है जिसकी पूरी जानकारी जल्द दी जाएगी.
विकास सिर्फ गुनाहों की दुनिया तक सीमित नहीं था उसकी मंशा राजनीति में जाने की भी थी. लगभग सभी दलों के नेताओं के साथ उसका उठना बैठना था.
विकास दुबे की मां खुद बताती हैं कि विकास 25 साल से राजनीतिक दलों का हिस्सा हैं. वो 15 साल तक बीएसपी के साथ रहा, 5 साल भाजपा में और 5 साल से समाजवादी पार्टी से जुड़ा है. शायद इसलिए कोई भी राजनीतिक दल विकास के खिलाफ खुल कर बोलने में संकोच कर रहा है.
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