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कांग्रेस का आरोप ‘बैठक-बैठक खेलकर किसानों को थकना चाहती है सरकार’

नयी दिल्ली:  कांग्रेस ने कहा है कि सरकार किसानों की समस्या के समाधान के लिए गंभीर नही है और बार-बार बैठक आयोजित कर उन्हें थकाना चाहती है लेकिन उसे यह समझ लेना चाहिए कि किसान उसके खेल में उलझ कर थकने वाला नहीं है। किसानों और सरकार के बीच शुक्रवार को आठवें दौर की वार्ता विफल रहने और 15 जनवरी को अगली बैठक निश्चित किये जाने पर के बाद कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार किसानों की मांग पर विचार करने की बजाय बैठक-बैठक का खेल कर उन्हें उलझाए रखना चाहती है।

सुरजेवाला ने कहा,“मोदी सरकार भारत के इतिहास में सबसे अमानवीय, अहंकारी और निष्ठुर साबित हुई है। उसे ना ठंड में रोज़ाना दम तोड़ते किसान नज़र आ रहे हैं और ना ठप्प होती अर्थव्यवस्था।” उन्होंने कहा,“किसानों के साथ बैठक-बैठक खेलकर वह अन्नदाता को थकाने की कोशिश कर रही है। पर किसान न थकेगा, न झुकेगा, न रुकेगा।”

हुड्डा ने भी दिखाए तेवर

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शुक्रवार को कहा कि अन्नदाता की बात मानना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी बनती है और ऐसे में सरकार को हठधर्मिता छोड़ किसानों की मांगों को तुरंत मानना चाहिए। हुड्डा ने कहा कि एक और बेनतीजा वार्ता के बाद एक और तारीख देना सरकार की हठधर्मिता को दर्शाता है। अन्नदाता की बात मानना सरकार की ज़िम्मेदारी है। हमने भी सरकार में रहते हुए किसान हित को हमेशा प्राथमिकता दी। हमारी सरकार के समय किसानों को उनकी फसलों – कपास, धान, गेहूं, गन्ना, पोपुलर आदि के उचित दाम मिले। इसलिए हमारी सरकार के दौरान प्रदेश में कोई किसान आंदोलन नहीं हुआ।

उन्होंने यह भी एलान किया कि मौजूदा सरकार अगर किसानों की मांग नहीं मानती है तो कांग्रेस की सरकार बनने पर तीनों कृषि कानूनों को रद्द किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज सोनीपत के गांव गंगाना में कुलबीर देशवाल और बरोदा हलके के गांव मदीना में पहलवान मेहर सिंह के घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी और परिजनों से मुलाक़ात कर शोक प्रकट किया। दोनों किसानों की कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के दौरान मौत हो गई थी।

हुड्डा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि नये कृषि क़ानून किसानों की बजाय कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाए गए हैं। इन कानूनों से किसानों को नुकसान होगा, इसीलिए किसान इसका विरोध कर रहे हैं। वह किसानों की मांगों का पूर्ण समर्थन करते हैं और पहले दिन से इस लड़ाई में उसके साथ खड़े हैं। इस अवसर पर विधायक जगबीर मलिक, विधायक इंदुराज नरवाल, पूर्व विधायक संत कुमार, सुरेंद्र दहिया, कपूर नरवाल, कर्नल रोहित चौधरी, मनोज रिढ़ाऊ आदि मौजूद थे।

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