शमशाद रज़ा अंसारी
शुक्रवार का दिन दिल्ली वालों के लिए राहत भरी ख़बर लेकर आया। दिल्ली बिजली नियामक आयोग (DERC) ने शुक्रवार को घोषणा की कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर वह शहर में 2020-21 के लिए बिजली की दरें नहीं बढ़ाएगा। माना जा रहा है कि इस फैसले से लॉक डाउन की मार झेल रही जनता को बड़ी राहत मिलेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिजली की दरें न बढ़ने पर दिल्ली की जनता को बधाई दी है। डीईआरसी ने एक बयान में कहा कि उसने मौजूदा कोविड-19 के हालात को देखते हुए औद्योगिक, सार्वजनिक इकाइयों और घरेलू उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए सितंबर में दिन में अलग-अलग समय पर अलग-अलग दर (टीओडी) के तहत 20 प्रतिशत सरचार्ज की छूट दी है।
डीईआरसी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एस एस चौहान ने कहा, ‘विद्युत वितरण कंपनियों की जरूरत और मांगों पर भी यथासंभव विचार किया गया है।’ DERC की तरफ से कहा गया कि पलूशन फ्री ट्रांसपोर्टेशन और क्लीन एनवायरनमेंट के तहत ई-रिक्शा और ई-वीइकल के लिए बिजली की सब्सिडाइज्ड दरें लागू रहेंगी। बिजली कंपनियों ने डीईआरसी से मौजूदा वित्तीय वर्ष में बिजली की दरें बढ़ाने की मांग की थी। इसके लिए लॉकडाउन के चलते बंद हुई फैक्ट्रियां, दुकानों, मॉल और मेट्रो से आने वाले राजस्व पर पड़े असर को आधार बनाया है। उस समय डीईआरसी का कहना था कि बिजली कंपनियों की मांग पर विचार किया जा रहा है।
बिजली कंपनियों ने फरवरी में डीईआरसी को भेजी अपनी याचिका में कहा था कि उन्हें मौजूदा वित्तीय वर्ष में 23,272 करोड़ रुपए राजस्व की जरूरत है, जिसमें 3131 करोड़ रुपए का अंतर बताया गया था। उसके आधार पर बिजली की दरें बढ़ाने की मांग की थी। लेकिन कोविड-19 और लॉकडाउन के चलते जब देरी हुई तो डीईआरसी ने संशोधित प्रस्ताव भेजने की बात कही थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली बिजली नियामक आयोग की इस घोषणा पर दिल्ली वासियों को ट्विटर करके बधाई दी है।
अरविन्द केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा है
“दिल्ली की जनता को बधाई।
एक तरफ़ जहां पूरे देश में साल दर साल बिजली की दरें बढ़ रहीं हैं, दिल्ली में लगातार छट्ठे साल बिजली के दर नहीं बढ़ने दिए और कुछ क्षेत्र में दर कम भी किए। ये एतिहासिक है। ये इसलिए हो रहा है क्योंकि आपने दिल्ली में एक ईमानदार सरकार बनाई।”