जामिया में पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण अभियान, व्याख्यान और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित
नई दिल्ली। जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रो नजमा अख्तर ने 5 जून, 2022 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कुलपति आवास लॉन से वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की। वृक्षारोपण अभियान संयुक्त रूप से राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और पर्यावरण विज्ञान विभाग, जामिया द्वारा आयोजित किया गया।
इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर काफी हरा-भरा है और हमें न केवल इसे बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए, बल्कि हमेशा इसे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ओनली वन अर्थ पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि आइए हम प्रकृति का पोषण करें ताकि हमारा भविष्य बेहतर हो सके।
जामिया के रजिस्ट्रार प्रो. नाजिम हुसैन जाफरी और विश्वविद्यालय के कई अन्य अधिकारियों ने भी अभियान के दौरान वृक्षारोपण किया, जिसका समन्वय वी.एच. सिद्दीकी, कार्यक्रम समन्वयक, एनएसएस एवं डॉ. आबिद हुसैन, कार्यक्रम अधिकारी, एनएसएस और नोडल अधिकारी, स्वच्छता एक्शन प्लान-2021-2022 द्वारा किया गया।
एनएसएस, जामिया इस साल जून और जुलाई के पूरे महीने में परिसर और आसपास के इलाकों में वृक्षारोपण अभियान चलाएंगा। एनएसएस, जामिया ने इस दिवस को मनाने के लिए पर्यावरण बचाओ विषय पर एक व्याख्यान और एक ऑनलाइन पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता भी आयोजित की।
परिसर में और उसके आसपास एक हरा-भरा, स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण बनाने के लिए, जामिया ई-कचरे को कम करने, जल संचयन बढ़ाने, उर्वरकों और कीटनाशकों का संयम से उपयोग करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाएगा, ताकि फैलने वाले प्रदूषण से बचा जा सके। आसपास के इलाकों के निवासियों के साथ संवाद करने और उन्हें सभी प्रकार के प्रदूषण को कम करने के बारे में शिक्षित करने का भी प्रयास किया जाएगा।
अर्थशास्त्र विभाग, जामिया ने आज विश्व पर्यावरण दिवस समारोह के क्रम में “एन इंट्रोडकशन टू द नेशन मिशन ऑन बायोडाईवर्सिटी एंड ह्यूमन वेलबींग” विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया। व्याख्यान बायोडाईवर्सिटी कोलेबोरेटिव, बैंगलोर के सहयोग से आयोजित किया गया था और डॉ रवि चेल्लम, सीईओ मेटास्ट्रिंग फाउंडेशन और बायोडाईवर्सिटी कोलेबोरेटिव, बैंगलोर द्वारा दिया गया।
सत्र की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अशरफ इलियान ने की तथा वक्ता और श्रोताओं का स्वागत किया। अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर नंदन नॉन ने संक्षिप्त रूप से स्पीकर, उनकी शैक्षणिक साख और रुचि के क्षेत्र का परिचय दिया।
डॉ चेल्लम ने पर्यावरण दिवस 2022 ओनली वन अर्थ के विषय को विस्तृत करके बात शुरू की और हमारे ग्रह को संरक्षित और रिस्टोर करने के लिए वैश्विक स्तर पर सामूहिक परिवर्तनकारी कार्यों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप के विभिन्न जैव-भौगोलिक विवरणों और इसकी शानदार विशेषताओं का भी विस्तृत विवरण दिया, जो इसे जैव विविधता सुविधाओं के मामले में विश्व के अन्य देशों से अलग बनाती है। भारत प्राकृतिक विविधता के मामले में शीर्ष विविध देशों में से एक है और 36 वैश्विक हॉटस्पॉट के बीच चार जैव विविधता हॉटस्पॉट हैं। इसके अलावा, उन्होंने फसल की उत्पत्ति, वनस्पतियों और जीवों के मामले में भारतीय जैव विविधता की समृद्धि के बारे में विस्तृत चर्चा की।