जामिया में क्लाइमेट डेटा के स्टेटिस्टिकल डाउनस्केलिंग पर वेबिनार का आयोजन
नई दिल्ली। पर्यावरण विज्ञान विभाग, जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) ने बुधवार को “स्टेटिस्टिकल डाउनस्केलिंग ऑफ क्लाइमेट डेटा” पर एक वेबिनार का आयोजन किया। नेल्सन मंडेला अफ्रीकी संस्थान में विज्ञान और प्रौद्योगिकी (एनएम-एआईएसटी), अरुशा, के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी, तंजानिया मौसम विज्ञान प्राधिकरण डॉ मोहम्मद मवाबुम्बा, वेबिनार में प्रमुख वक्ता थे। यह कार्यक्रम भारत के प्रधानमंत्री द्वारा प्रारम्भ किए गए जल संरक्षण कार्यक्रम ‘जल शक्ति अभियान’ से प्रेरित था।
पर्यावरण विज्ञान विभाग, जामिया के प्रभारी प्रो. सिराजुद्दीन अहमद, ने स्वागत भाषण दिया और आमंत्रित वक्ता, संकाय सदस्यों, विद्वानों और छात्रों का अभिनंदन किया। इसके बाद उन्होंने सम्मानित वक्ता डॉ. मवाबुम्बा का परिचय कराया, जिनका तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत हुआ।
वेबिनार में जामिया और अन्य विश्वविद्यालयों के 100 से अधिक शोधार्थियों, छात्रों, संकाय सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। जिसमें प्रतिभागियों को नवीनतम, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और क्लाइमेट डेटा के स्टेटिस्टिकल डाउनस्केलिंग पर उपकरणों के बारे में पता चला। डॉ. मोहम्मद ने अपनी साठ मिनट की बातचीत के दौरान क्लाइमेट डेटा डाउनस्केलिंग की प्रमुख चुनौतियों के बारे में विस्तार से चर्चा की। वार्ता के बाद एक प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया, जिसका समन्वय डॉ. नेहा सामी, पर्यावरण विज्ञान विभाग, जामिया द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. नेहा सामी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।