डीडीयू-केके, जामिया ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय की 106वीं जयंती मनाई
नई दिल्ली। दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र (डीडीयू-केके), जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) ने “पं। दीन दयाल उपाध्याय: दर्शन और एकात्म मानववाद” प्रसिद्ध सुधारक पं. की 106वीं जयंती मनाने के लिए। दीन दयाल उपाध्याय 28 सितंबर, 2022 को। व्याख्यान का उद्देश्य न केवल उन्हें श्रद्धांजलि देना था बल्कि उनकी विचारधाराओं पर भी विचार करना था।
अतिथि वक्ता प्रो. गिरीश चंद्र पंत, संस्कृत विभाग, जामिया ने अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई और इस विषय पर गहराई से बात की जो प्रत्येक मनुष्य के शरीर, मन और बुद्धि और आत्मा के एक साथ और एकीकृत कार्यक्रम की वकालत करता है।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रो. मरियम सरदार, माननीय के संबोधन से हुई। निदेशक डीडीयू केके, जामिया, जिन्होंने बड़ी संख्या में व्याख्यान में भाग लेने वाले सभी मेहमानों, वक्ताओं और छात्रों का स्वागत किया। उन्होंने अतिथि वक्ता का अभिनंदन किया। इसके बाद उन्होंने कुलपति, जामिया, प्रो नजमा अख्तर को केंद्र को उनके निरंतर समर्थन और प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने रजिस्ट्रार, जामिया, प्रो. नजीम हुसैन जाफरी का भी आभार व्यक्त किया।
सेंटर फॉर फिजियोथेरेपी एंड रिहैबिलिटेशन साइंसेज के माननीय निदेशक प्रो सैयद अख्तर हुसैन ने सत्र शुरू करने के लिए अतिथि वक्ता का परिचय दिया।
पं. की दूरदर्शिता पर डीडीयू कौशल केंद्र, जामिया की स्थापना की गई थी। माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की कौशल भारत योजना के तहत वर्ष 2015 में यूजीसी द्वारा दीन दयाल उपाध्याय। जामिया का यह केंद्र मेडिकल लैब साइंसेज और मेडिकल इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी में सफलतापूर्वक व्यावसायिक पाठ्यक्रम चला रहा है, युवा दिमाग को सशक्त बनाता है और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को एक कुशल कार्यबल प्रदान करता है।
कार्यक्रम के दौरान विभाग के गैर-शिक्षण कर्मचारियों सहित संकाय सदस्य डॉ. एम मोनिस खान, डॉ शहनाज परवीन, डॉ मोहम्मद मिस्बाह, डॉ साद मुस्तफा और डॉ अमीना महमूद उपस्थित थे। इसका समापन छात्र प्रतिनिधि के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।