नई दिल्ली : जामिया मिल्लिया इस्लामिया शैक्षणिक सत्र 2020-21 में दाखिला के लिए प्रवेश परीक्षा का ही आयोजन करेगा, दाखिला के लिए मेरिट आधारित कटऑफ जारी करने सबंधी अटकलों पर लगाम लगाते हुए मंगलवार जामिया कार्यकारी परिषद ने इस संबंध के प्रस्तावों पर मोहर लगाई है. 
  
जामिया ने शैक्षणिक सत्र 2020-21 में दाखिला के लिए 3 मार्च को आवेदन प्रक्रिया शुरू की थी, जिसके तहत 31 मार्च तक आवेदन की अंतिम तारीख थी, लेकिन कोरोना से बचाव के लिए घोषित बंदी की वजह से जामिया को आवेदन के लिए अंतिम तारीख कई बार आगे बढ़ानी थी, जिसके तहत जामिया ने 15 सितंबर तक आवेदन की अंतिम तारीख निर्धारित करते हुए आवेदन करने वाले सभी अभ्यर्थियों से अपने 12वीं या अंतिम परीक्षा के अंक आवेदन के साथ अपलोड करने का  निर्देश दिया था, जिसके बाद से यह अटकलें लगाई जा रही थी, जामिया इस बार प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिला  ना देते हुए मेरिट के आधार पर दाखिला लेगा, लेकिन 15 सितंबर को विवि में आयोजित हुई ईसी ने प्रवेश परीक्षा के आधार पर ही दाखिला देने का फैसला लिया है.

जामिया की सर्वोच्च निर्णायक संस्था ईसी ने प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिला देने का फैसला लिया है, लेकिन अभी परीक्षा की तारीखों व उसके माध्यम के बारे में कोई फैसला नहीं लिया है, जामिया से मिली जानकारी के मुताबिक परीक्षा के मोड और अन्य तौर-तरीकों को अंतिम रूप जल्द दिया जाएगा, जिसके बाद इसकी घोषणा की जाएगी, जामिया ईसी ने इसके साथ ही फैसला लिया है कि विभिन्न पाठ्यक्रमों के फाइनल सेमेस्टर/वर्ष के परीक्षा परिणाम का जल्द से जल्द ऐलान किया जाएगा, जामिया से मिली जानकारी के मुताबिक ने सभी फैकल्टी के अंतिम वर्ष/सेमेस्टर की परीक्षाएं 5 जून से 20 जून के बीच आयोजित की गई थी, हालांकि दंत चिकित्सा संकाय और फिजियोथेरेपी और पुनर्वास विज्ञान केंद्र के लिए परीक्षा का आयोजन नहीं हुआ था, जिसके लिए संबंधित गवर्निंग निकायों के दिशानिर्देशों का इंतजार कर रहा था.

देश दुनिया की अहम खबरें अब सीधे आप के स्मार्टफोन पर TheHindNews Android App

ईसी ने कोरोना के मौजूदा हालात को देखते हुए छात्रों को फीस से राहत देने का फैसला लिया है, जिसके तहत छात्र दो किश्तों में विश्वविद्यालय और स्कूल की फीस जमा करा जा सकेंगे, हालांकि छात्रों को वार्षिक/सेमेस्टर/ बोर्ड परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी करने से पहले पूरी फीस जमा करनी होगी, जामिया अकादमिक कांउसिल ने एक अहम फैसला करते हुए एक एकीकृत जामिया लाइब्रेरी सिस्टम के प्रस्ताव और उसकी अंतिम संरचना को भी मंजूरी दे दी है, जिसके तहत जामिया के सभी 34 फैकल्टी और सेंटर के पुस्तकालयों को एक आईजेएलएस में बदल दिया जाएंगे.

रिपोर्ट सोर्स, पीटीआई

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here