नई दिल्ली। नेल्सन मंडेला सेंटर फॉर पीस एंड कॉन्फ्लिक्ट रिजॉल्यूशन (NMCPCR), जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने गुरुवार को “यूरोपीयन रिस्पोंसेस टू द वॉर इन यूक्रेन” पर एक वर्चुअल व्याख्यान का आयोजन किया। यह व्याख्यान इंस्टिट्यूट फॉर इंटरनेशनल कनफ्लिक्ट रेसोलुशन एंड रिकंस्ट्रक्शन के निदेशक और स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नमेंट, डबलिन सिटी यूनिवर्सिटी (डीसीयू), आयरलैंड में इंटरनेशनल कनफ्लिक्ट रेसोलुशन के प्रोफेसर प्रो. जॉन डॉयल द्वारा दिया गया।
एनएमसीपीसीआर की मानद निदेशक प्रो. कौशिकी ने स्पीकर का स्वागत किया और उनके अकादमिक कार्यों, शोध प्रोफाइल और प्रकाशनों के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया।
प्रो. डॉयल ने व्याख्यान के दौरान रूस-यूक्रेन संकट की पृष्ठभूमि, वर्तमान संघर्ष के उद्भव और यूरोपीय राज्यों और अन्य पश्चिमी देशों की प्रतिक्रियाओं को कवर किया। स्पीकर ने संकट की प्रतिक्रियाओं – सैन्य प्रतिक्रिया, यूरोपीय संघ की भूमिका, सदस्य राज्यों की व्यक्तिगत प्रतिक्रिया और भू-राजनीतिक मुद्दे आदि का विश्लेषण किया।
व्याख्यान के बाद एक आकर्षक प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया जिसमें संकाय के साथ-साथ शोध विद्वानों और छात्रों द्वारा टिप्पणियां की गईं और प्रश्न उठाए गए। कार्यक्रम का समापन मानद निदेशक द्वारा प्रो. डॉयल को उनके गहन विश्लेषण और अंतर्दृष्टि के लिए धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
व्याख्यान में NMCPCR के संकाय सदस्यों, शोधार्थियों और विश्वविद्यालय के अन्य केंद्रों और विभागों के छात्रों ने भाग लिया।
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