जामिया ने विशिष्ट व्याख्यान श्रृंखला के तहत “डिलेमाज़ ऑफ़ ह्यूमेनिटी” पर व्याख्यान आयोजित किया
नई दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के अंग्रेजी विभाग ने शुक्रवार, 13 अगस्त शाम 6:30- 7:30 बजे जूम पर ट्राइकोंटीनेंटल: इंस्टिट्यूट फॉर सोशल रिसर्च के कार्यकारी निदेशक, प्रो विजय प्रसाद द्वारा प्रतिष्ठित व्याख्यान श्रृंखला, “डिलेमाज़ ऑफ़ ह्यूमेनिटी” का चौथा व्याख्यान आयोजित किया। शैक्षिक एवं अनुसंधान सहयोग प्रोन्नति योजना (स्पार्क), शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा समर्थित यह वार्ता अंग्रेजी विभाग और अमेरिकी अध्ययन विभाग, वुर्जबर्ग विश्वविद्यालय, जर्मनी के साथ चल रहे शैक्षणिक सहयोग के क्रम में आयोजित की गई, जोकि क्रमिक रूप से प्रासंगिक व्याख्यानों की श्रंखला के लिए प्रतिबद्ध है।
वार्ता का संचालन श्रद्धा ए. सिंह और ज़हरा रिज़वी,पीएच.डी. शोधार्थी, अंग्रेजी विभाग, जामिया द्वारा किया गया जिसमें दुनिया भर से और विभिन्न टाइम जोन में बड़ी संख्या में विद्वानों, छात्रों और शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रो. सिमी मल्होत्रा, अध्यक्ष, अंग्रेजी विभाग, जामिया, भारतीय पीआई ने स्वागत वक्तव्य दिया, आमंत्रित वक्ता, संकाय, विद्वानों और छात्रों का अभिवादन किया। उन्होंने अंग्रेजी विभाग, जामिया मिल्लिया इस्लामिया तथा अंग्रेजी एवं अमेरिकी अध्ययन विभाग,वुर्जबर्ग विश्वविद्यालय के बीच शैक्षिक एवं अनुसंधान सहयोग प्रोन्नति योजना (स्पार्क), शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के समर्थन से चल रही सहयोगी परियोजना “न्यू टेरेंस ऑफ़ कोंसीयसनेस: ग्लोबलाइज़ेशन सेंसरी एनवायरनमेंटस एंड लोकल कल्चर ऑफ़ नोलेज” पर प्रकाश डाला। जिसका उद्देश्य भारत और विदेशों में उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग को सुविधाजनक बनाना है। इसके बाद उन्होंने सम्मानित वक्ता प्रो. विजय प्रसाद का परिचय कराया, जिनका तालियों की तड़तड़ाहट से स्वागत किया गया।
व्याख्यान के माध्यम से प्रोफेसर प्रसाद ने फिदेल कास्त्रो के “बेटल ऑफ़ आइडियाज” के माध्यम से मानवता के सामने आने वाली समकालीन दुविधाओं पर टिप्पणी की। युद्ध, जिसमें हथियारों की खरीद में भारी मात्रा में पूंजी बर्बाद हुई, पर्यावरण प्रदूषण और भूखमरी फैली, इन्हें वर्तमान समय के तीन वैश्विक मुद्दों के रूप में देखा जा सकता है। उन्होंने प्रतिभागियों का इन मुद्दों के बारे में गंभीर और नैतिक रूप से सोचने के लिए आह्वान किया।
इसके बाद एन सुसेन एलेयास, पीएच.डी. शोधार्थी, अंग्रेजी विभाग, जामिया द्वारा समन्वित एक आकर्षक, गहन प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया।
ज़हरा रिज़वी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
प्रतिभागियों की बड़ी संख्या में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए,इस कार्यक्रम को यूट्यूब पर भी लाइव स्ट्रीम किया गया, और इसमें सौ से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।