शमशाद रज़ा अंसारी
नई दिल्ली। दिल्ली के मुस्लिम बहुल क्षेत्र नूर नगर में एक मंदिर को ध्वस्त करने के बाद निशान मिटाए जाने की अफ़वाह फ़ैलाने वाले साप्ताहिक पत्रिका के सम्पादक के विरुद्ध ओखलवासियों में रोष व्याप्त है। क्षेत्रवासियों ने सम्पादक के विरुद्ध कार्यवाही की माँग की है।
दरअसल स्वयं को भारतीय राष्ट्रवादी विचारधारा का प्रणयन करने का दावा करने वाली साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य के सम्पादक हितेश शंकर ने गुरुवार दोपहर को एक फोटो शेयर करते हुये ट्वीट किया कि “दिल्ली के मुस्लिम बहुल नूर नगर में एक मंदिर को ध्वस्त करने के बाद निशान तक मिटाए जा रहे हैं।
मंदिर गिराने वालों को मंदिर वहीं बनाना होगा!”
हितेश शंकर के इस ट्वीट के बाद हड़कम्प मच गया। लोग समुदाय विशेष के विरुद्ध ट्विटर पर जहर उगलने लगे। आनन फानन में दिल्ली पुलिस ट्वीट में बताये स्थान पर पहुँची। वहाँ ऐसा कोई मामला न होने पर पुलिस ने राहत की साँस ली।
डीसीपी साउथ दिल्ली आरपी मीणा ने बताया कि स्थानीय पुलिस ने ट्वीट की सामग्री को सत्यापित करने के लिए मौके का दौरा किया। संपत्ति हिंदू समुदाय के एक सदस्य की है, जो स्वयं अपनी संपत्ति में मंदिर से सटे बने क्षेत्र को नष्ट/साफ कर रहा था। मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ है और यह बरकरार है।
राष्ट्रवाद के नाम पर झूठ पसोरने वाले सम्पादक हितेश शंकर की इस गैरजिम्मेदाराना हरकत से ओखलावासियों में रोष व्याप्त है। क्षेत्रवासियों ने सम्पादक पर क़ानूनी कार्यवाही करने की माँग की है।
आम आदमी पार्टी के ओखला वार्ड 102 के अध्यक्ष इंजीनियर मोहम्मद जाबिर ने इस पर सख्त टिप्पणी करते हुए इसे सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला कृत्य बताया।
पत्रकार व सोशल एक्टिविस्ट अतहरुद्दीन उर्फ मुन्ना भारती ने भी दुःख एवं गुस्से का प्रदर्शन किया। उन्होंने सम्पादक हितेश शंकर के खिलाफ फौरन एफआईआर किए जाने की माँग की है।
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