नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने सोमवार को बीजेपी शासित एमसीडी द्वारा तीन प्रकार के टैक्स में वृद्धि करने पर कड़ा विरोध जताया। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक और विधायक दिनेश मोहनिया ने कहा कि भाजपा पार्षदों के भ्रष्टाचार की कीमत लोगों को चुकानी पड़ेगी, एसडीएमसी के 3 नए टैक्स में वृद्धि इसी का परिणाम है। उन्होंने कहा कि दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता द्वारा टैक्स में वृद्धि नहीं करने के आश्वासन के बावजूद भाजपा शासित एसडीएमसी ने आज 3 तरह के टैक्स में वृद्धि की है। श्री पाठक ने कहा कि आज भाजपा शासित एसडीएमसी ने प्रोफेशनल टैक्स, अनधिकृत कॉलोनियों के निवासियों के लिए टैक्स और संपत्ति हस्तांतरण टैक्स सहित तीन टैक्स के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। ‘‘आप’’ इस फैसले के खिलाफ एसडीएमसी सदन के अंदर और सड़कों पर भी टैक्स वृद्धि को वापस कराने के लिए संघर्ष करेगी। श्री मोहनिया ने कहा कि जब भाजपा टैक्स बढ़ाने का प्रस्ताव सदन में रख रही थी, तब कांग्रेस ने इस फैसले का समर्थन किया, जबकि आम आदमी पार्टी ने इसके विरोध में सदन से वॉकआउट किया।
कल दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आश्वासन दिया था कि एसडीएमसी टैक्स में कोई वृद्धि नहीं करेगी, लेकिन आज एसडीएमसी ने 3 टैक्स को बढ़ाने का प्रस्ताव पास किया है- दुर्गेश पाठक
पार्टी मुख्यालय में हुई एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि जैसा कि कल हम ने एक प्रेस वार्ता के माध्यम से बताया था कि भाजपा शासित साउथ दिल्ली नगर निगम चार अतिरिक्त प्रकार के टैक्स इस महामारी के काल में जनता के ऊपर थोपने जा रही है। हमारी प्रेस वार्ता के पश्चात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता जी ने ट्वीट करके यह जानकारी सार्वजनिक की थी कि मैंने निगम के अधिकारियों द्वारा बढ़ाए गए इन अतिरिक्त करो के संबंध में महापौर जी से बात की है और उनसे अपील कर इस प्रस्ताव को वापस लेने का आग्रह किया है और महापौर जी मेरी बात से सहमत हैं।
उन्होंने कहा कि इसके बावजूद आज निगम के सदन में जो घटना हुई, उससे भारतीय जनता पार्टी का दोगला चेहरा दिल्ली ही नहीं, देश की जनता के सामने एक बार फिर से उजागर हो गया है। यह बड़े आश्चर्य की बात है कि आज सदन में जब निगम की बैठक शुरू हुई, तो भाजपा ने उन चार अतिरिक्त टैक्स प्रोफेशनल टैक्स, हाऊस टैक्स, प्रॉपर्टी ट्रांसफर टैक्स एवं इलेक्ट्रिसिटी टैक्स में से इलेक्ट्रिसिटी टैक्स को छोड़कर अन्य तीन प्रकार के टैक्स का प्रस्ताव सदन में पास कर दिया। इस प्रस्ताव के पास होने के बाद अब साउथ दिल्ली में रहने वाले सभी डॉक्टरों, इंजीनियरों, चार्टर्ड अकाउंटेंट, आर्किटेक्ट एवं अन्य सभी प्रोफेशनल लोगों को एक अतिरिक्त प्रकार का टैक्स भाजपा शासित नगर निगम को देना पड़ेगा। इसी प्रकार से अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले यूपी और बिहार के गरीब मजदूर वर्ग को भी अब हाउस टैक्स के रूप में एक राशि भाजपा शासित नगर निगम को देनी पड़ा करेगी। ऐसे ही जमीन की खरीद-फरोख्त में प्रत्येक नागरिक को एक अतिरिक्त टैक्स और चुकाना पड़ेगा। जिससे एक सामान्य आदमी का अपना घर बनाने का सपना और भी मुश्किल हो जाएगा।
टैक्स वृद्धि का यह निर्णय अमानवीय कृत्य और अस्वीकार्य है- दुर्गेश पाठक
दुर्गेश पाठक ने कहा कि ऐसे महामारी के दौर में जब लोगों की नौकरियां जा रही हैं, लोगों के पास खाने को पैसे नहीं है, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता जी, भाजपा के महापौर और अन्य निगम के अधिकारियों ने मिलकर दिल्ली की जनता के ऊपर अतिरिक्त टैक्स का भार डाला है। यह एक बेहद ही अमानवीय कृत्य है। उन्होंने कहा कि एक तरफ दिल्ली में अरविंद केजरीवाल जी की एक ईमानदार सरकार है, जिसने पिछले 5 साल के कार्यकाल में किसी भी प्रकार के टैक्स को नहीं बढ़ाया और दिल्ली का बजट दोगुना करके दिखाया। वहीं, दूसरी ओर दिल्ली के नगर निगम में पिछले 15 सालों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, भाजपा की छत्रछाया में आज दिल्ली नगर निगम भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी इन तीनों ही प्रकार के टैक्स वृद्धि के प्रस्तावों का विरोध करती है। आम आदमी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता आने वाले समय में सड़क से लेकर सदन तक इसके खिलाफ आंदोलन करेगा और हम भाजपा को मजबूर कर देंगे कि अमानवीय तरीके से जनता के ऊपर थोपे गए इन तीनों प्रस्तावों को भाजपा को वापस लेना पड़ेगा।
कांग्रेस ने एसडीएमसी हाउस के अंदर टैक्स के फैसले का समर्थन किया, जबकि ‘‘आप’’ ने विरोध में वॉकआउट किया- दिनेश मोहनिया
प्रेस वार्ता में मौजूद आप विधायक दिनेश मोहनिया ने कहा ने कहा कि बड़ी ही हैरानी की बात है कि भारतीय जनता पार्टी शासित नगर निगम ने दिल्ली की जनता पर यह जो तीन प्रकार के अतिरिक्त करों का बोझ डाला है, इसमें खुद को भाजपा का सबसे बड़ा विरोधी कहने वाली कांग्रेस ने भी पुरजोर तरीके से भाजपा का साथ दिया। उन्होंने बताया कि जब यह प्रस्ताव सदन में रखा गया तो आम आदमी पार्टी के समस्त निगम पार्षदों ने इसका विरोध किया और विरोध जताते हुए सदन से वॉक आउट करके बाहर निकल आए। परंतु कांग्रेस के समस्त निगम पार्षद सदन में मौजूद रहे और भाजपा की हां में हां मिलाते हुए, इन तीनों प्रस्तावों को पारित करने में भाजपा का पूरा पूरा साथ दिया।
अगर कांग्रेस ने फैसले का समर्थन नहीं किया होता तो भाजपा टैक्स बढ़ोतरी के प्रस्तावों को पारित नहीं कर सकती थी : प्रेम चौहान
एसडीएमसी के विपक्ष के नेता प्रेम चौहान ने कहा, “आज जब चर्चा शुरू हुई तो आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा, लेकिन तब हमें महसूस हुआ कि भाजपा टैक्स बढ़ा रही है और हमने इसका विरोध किया। दुर्भाग्य से, कांग्रेस पार्टी ने इसका समर्थन किया और अगर उन्होंने इस फैसले का विरोध किया होता तो भाजपा इस प्रस्ताव को पारित नहीं कर सकती थी। मैं भाजपा को याद दिलाना चाहता हूं कि 2017 में दिल्ली के पूर्व भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने जनता से कहा था कि एमसीडी कोई टैक्स नहीं बढ़ाएगी, लेकिन आज वास्तविकता अलग है। ” एसडीएमसी से आप के पार्षद प्रवीण राजपूत ने कहा, “2013 से दिल्ली के सभी नगर निगमों में भाजपा सत्ता में है। 2017 से आम आदमी पार्टी नगर निगमों के अंदर भाजपा के खिलाफ लड़ रही है। यह कर वृद्धि भाजपा द्वारा किए गए भ्रष्टाचार का हिस्सा है। दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता भी इस भ्रष्ट गठजोड़ का हिस्सा हैं, इसलिए अंतिम समय में वह इस प्रस्ताव को वापस नहीं करा सके।”