नई दिल्ली : रांची तथा क्षेत्रीय प्रचार ब्यूरो दुमका के संयुक्त तत्वाधान में ‘कोरोना से जंग और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज’ विषय पर आज एक वेबीनार परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें दुमका के सांसद सुनील सोरेन मुख्य अतिथि थे।
वेबिनार को संबोधित करते हुए दुमका सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज ने कोरोना महामारी के दौर में गरीबों, असहायों को संबल प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ देश की 80 करोड़ जनता को मिला है और उनकी मुश्किलें कम हुईं हैं। दुमका सांसद ने कहा की कोरोना से बचाव को लेकर जब लॉक डाउन की घोषणा हुई थी, तब देश में भय का माहौल व्याप्त हो गया था लेकिन प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता ने इस भय को झूटा साबित किया। प्रधानमंत्री ने सबकी चिंता कर उनतक गरीब कल्याण पैकेज पहुंचाकर असंभव को संभव कर दिखाया। श्री सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री अन्न योजना का लाभ सभी तबकों को मिला, जिससे भूख से जंग लड़ने में कामयाबी मिली। कोरोना काल में सरकार ने किसानों, महिलाओं, छोटे व्यापारियों और ठेले वालों का भी ध्यान रखा तथा उन्हें हर तरह से मदद की। 40 करोड़ महिलाओं के जनधन खाते में 500 रूपए की सहयोग राशि कि 3 किस्ते भी भेजी गयी । कोरोना से निपटने में केंद्र सरकार की सक्रियता की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि दुमका में सरकार की पहल से कोरोना जांच की सुविधा लोगों को मिल सकी।
दुमका सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में दुनिया में भारत का मान सम्मान बढ़ा है । केंद्र सरकार के कामकाज की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री आवास योजना की बदौलत गरीबों को भी पक्का घर नसीब हुआ है तथा महिलाओं को गैस चुल्हा में खाना बनाने का अवसर मिल पा रहा है। जिससे गरीब भी अब अमीरों के समकक्ष खड़े नज़र आते हैं
वेबिनार की अध्यक्षता करते हुए एडीजी, पीआईबी व आर ओ बी, रांची ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज से वंचित वर्गों को बड़ी राहत मिली है । उन्होंने कहा कि कोरोना विपदा के दौर में रोज़ कमाने खाने वाले लोग संकट में घिरे थे, जिन्हें केंद्र सरकार ने हर तरह से सहयोग पहुंचा कर उन्हें संकट से उबारा ।
अपने अनुभव साझा करते हुए सिंह ने कहा कि महिलाओं के जनधन खातों में सहयोग राशि पहुँचने की ख़ुशी उन्होंने खुद लाभुकों के चेहरे पर देखी है। उन्होंने कहा की कोरोना संकट के दौर में केंद्र सरकार ने दिव्यान्जनों तक सुविधाजनक तरीके से पेंशन राशि उपलब्ध करायी गयी तथा निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए भी केंद्र सरकार ने पहल की। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज को मौजूदा समय की सबसे प्रभावकारी योजना बताते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से अभी भी कई लोग उद्योग धंधों के बंद रहने की वजह से परेशान हैं, जिन्हें यह पैकेज संबल दे रहा है ।
वेबिनार परिचर्चा में शामिल होते हुए सामाजिक कार्यकर्ता एवं विश्लेषक नलिनी कांत ठाकुर ने जन वितरण प्रणाली और सामुदायिक किचेन के इतिहास पर प्रकाश डाला ।उन्होंने बताया की पहले अक्सर अकाल की स्थिति उत्पन्न हो जाया करती थी, जिससे निपटने के लिए देश में हरित क्रान्ति लायी गई । हरित क्रांति के बावजूद भूख की समस्या जस की तस बनी रही कारण था गोदाम में अनाज तो था लेकिन गरीब फिर भी भूखे पेट सोने को मजबूर थे। ऐसे समय में सबसे पहले तमिलनाडु में मुख्यमंत्री किचेन नाम से नया प्रयोग शुरू हुआ जो भूख से जंग में काफी कारगर साबित हुआ। मौजूदा कोरोना काल में भी जन वितरण प्रणाली का बेहतर क्रियान्वयन भूख से जंग में हथियार बन चुका है।
वेबिनार में जाने माने पत्रकार डॉ आर.के. नीरद ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में अगर कमज़ोर तबकों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज का साथ न मिला होता तो हालात बहुत विकट हो सकती थी। श्री नीरद ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज को अमलीजामा पहना कर अपनी दूरदर्शिता का परिचय कराया है जो एक लोक कल्याणकारी राज्य में ही संभव है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने सही समय पर सही कदम न उठाया होता तो भारत की हालत सोमालिया जैसी हो जाती और कोरोना से पहले लोग भूख से ही मर जाते। कोरोना कल में देश के संघीय ढाँचे की तारीफ करते हुए श्री नीरद ने बताया की कोरोना काल में राज्य सरकारों ने भी अपनी तरफ से 116 लाख मीट्रिक टन अनाज उपलब्ध कराया तथा धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने भी गरीबों की बढचढ कर सहायता की।
वेबिनार में अग्रेरियन एसिस्टेंस एसोसिएशन, दुमका के सचिव सत्येन्द्र सिंह ने भी अपने विचार रखे तथा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की जमकर तारीफ की। उन्होंने इसे जीवन रक्षक बताते हुए कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में प्रधानमंत्री अन्न योजना बेहद प्रभावी सिद्ध हुई है, जिससे करोड़ों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज को समग्र पैकेज की संज्ञा देते हुए नकद हस्तांतरण योजना की भी तारीफ की।
इस मौके पर वेबिनार को संबोधित करते हुए पत्रकार एवं वक्ता प्रेम शंकर ने कहा की अभी तक कोरोना की दवा नहीं आई है ऐसे में बचाव ही इसका एक मात्र उपाय है ।प्रधानमंत्री अन्न योजना की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में सरकार की संवेदनशीलता से भुखमरी का एक भी मामला प्रकाश में नहीं आया ।
वेबीनार में पी आई बी, आर ओ बी, एफ ओ बी के अधिकारी- कर्मचारियों के अलावा दूसरे राज्यों के अधिकारी कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। गीत एवं नाटक विभाग के अंतर्गत कलाकारों एवं सदस्यों, आकाशवाणी के पीटीसी, दूरदर्शन के स्ट्रिंगर तथा मीडिया से संपादक और पत्रकार भी शामिल हुए। वेबिनार का समन्वय व संचालन क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्री शाहिद रहमान एवं श्री ओंकार नाथ पाण्डेय ने क्रमशः किया। क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी, रीजनल आउटरीच ब्यूरो – रांची, श्रीमती महविश रहमान का भी वेबिनार के समन्वय में सहयोग रहा।