नई दिल्लीः जाने माने पत्रकार रवीश कुमार ने मशहूर एंकर एंव पत्रकार अभिसार शर्मा की पत्रकारिता की सराहना की है। बता दें कि अभिसार शर्मा भी उन पत्रकारों में शामिल थे जिन्होंने चैनल पर एक पार्टी विशेष का ऐजेंडा चलाने से इनकार करते हुए इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से अभिसा शर्मा कई यूट्यूब चैनलों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
रवीश कुमार ने अभिसार की पत्रकारिता की सराहना करते हुए सोशल मीडिया पर टिप्पणी की है। इस टिप्पणी में उन्होंने लिखा है कि अभिसार शर्मा। हर दिन एक नया ख़तरा मोल लेते हैं। हर दिन जूझते हैं। अरबों रुपये के विज्ञापन से चलने वाले सैंकड़ों चैनलों में ऐसी आवाज़ की कोई जगह नहीं है। उनके भीतर भी पत्रकार हैं। जो लिखना और बोलना चाहते हैं। संस्थानों को पता चल गया है कि जनता बदल गई है। जनता लिए नेता के अधर्म को उजागर करना पत्रकारिता का धर्म नहीं रहा। ऐसा कभी नहीं हुआ कि जनता नेता के लिए पत्रकारिता को तबाह होते देखे। धर्म की मिलावट से तैयार राजनीति के इस दौर में सच बोलना गुनाह है। जनता ने जनता होने का धर्म सियासी अधर्म के लिए छोड़ दिया है।
रवीश ने लिखा कि कृष्ण ने किसके ख़िलाफ़ धर्मयुद्ध किया था? किसी बाहर शत्रु के ख़िलाफ़ नहीं बल्कि जब अपने ही अधर्मी हो गए तो कृष्ण ने सुदर्शन चक्र चलाया था। यह अधर्म पर पर्दा डालना ही तो है कि समाज अर्णब और बार्क के पूर्व प्रमुख पार्थो दासगुप्ता की बातचीत को पचा गया। इस समाज का एक ही काम है। हर ग़लत को धर्म के नाम पर सही कहो।
उन्होंने लिखा कि अभिसार लगातार किसान और व्हाट्स एप चैट पर कार्यक्रम बना रहे हैं। खुलकर बोलते हैं और ज़रा हुआ समाज छिप कर सुनता है। फिर सबको अपने व्हाट्स एप ग्रुप में बुलाता है। जाने दो। बोलने वाले ग़लत है। हम लोग मिल कर अपने ग्रुप में रहेंगे और अधर्म को धर्म बोलेंगे। अभिसार पत्रकारिता का धर्म निभा रहे हैं।