नयी दिल्लीः बॉलीवुड के मशहूर एक्टर सैफ अली खान  ने अपनी आने वाली फिल्म ‘आदिपुरुष’  में अपने ‘रावण’ के किरदार को लेकर बयान दिया था, जिसे लेकर वे ट्रोल्स के निशाने पर आ गए थे।  हालांकि, सैफ अली खान ने अपने बयान को लेकर बाद में माफी भी मांगी।  वहीं, दूसरी और टीवी और बॉलीवुड के मशहूर एक्टर मुकेश खन्ना भी सैफ अली खान के बयान पर भड़के हुए नजर आए। मुकेश खन्ना ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करके कहा कि  अभी भी जाने अनजाने में फ़िल्मकार फ़िल्मों के तूनीर से हमारे सनातन धर्म और उनके धार्मिक किरदारों पर बाण चलाने से बाज़ नहीं आ रहे। लक्ष्मी बम फटा नहीं, एक और हमला बोल दिया गया। मशहूर कलाकार सैफ़ अली खान ने एक इंटर्व्यू में एक आपत्तिजनक ख़ुलासा किया।

मुकेश खन्ना ने कहा कि सैफ़ अली खान ने इस इंटर्व्यू में कहा कि “महा बजट पर बनने वाली “आदि पुरुष” फ़िल्म में लंकेश रावण का किरदार निभाना उनके लिए बड़ा दिलचस्प रहेगा। उसमें रावण को बुरा नहीं बल्कि मानवीय और एंटर्टेनिंग दिखाया गया है।उसे हम दयालु बना देंगे।उसमें सीता हरण को न्यायोचित बताया जाएगा। पता नहीं सैफ़ को ऐसा क्यों लग रहा है कि ये इतना आसान है।लंकेश कोई गेंद नहीं जिसे आप जैसा चाहें बल्ला घुमा के मार दें। इसे मैं उनकी नादानी कहूँ या मूर्खता! उन्हें नहीं पता कि वो देश के करोड़ों भारतीयों की आस्था से खेल रहे हैं। या फिर ये कि उन्हें पता है फिर भी जानबूझकर बोल रहे हैं। या फिर इसे मैं उन अपने आप को बुद्धिजीवी कहंने वाले डिरेक्टर प्रडूसर का दुस्साहस कहूँ जो अब भी ऐसी फ़िल्म्ज़ बनाने की जुर्रत रखते हैं।

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मुकेश ने कहा कि फिर वही बात कहूँगा कि दूसरे किसी धर्म के किरदारों से ऐसा खेल खेल कर बताओ। अच्छे को बुरा और बुरे को अच्छा बना के पेश करो। मार खाओगे उनसे। राम रावण नहीं बन सकते। वैसे रावण राम नहीं। तो ये रावण को दयालु बनाने का खेल क्यों भई? क्या इसमें भी कोई साज़िश है? या फिर इनलोगों का आज़माया हुआ फ़िल्म प्रमोशन।मैं नहीं कह सकता। जनता को ख़ुद सोचना होगा।मुझे बुरा लगा इस लिए कह दिया। आप सब भी सोचिए कि आपको भी बुरा लगा या नहीं।

उन्होंने कहा कि आप सब सोचिए कि आपको भी बुरा लगा या ये लगा कि चलने दो क्या फ़र्क़ पड़ता है. अगर ऐसा है तो बड़े ही शर्म की बात है हम सब के लिए। मुझे ना चाहते हुए भी कहना पड़ेगा हिंदू धर्म ख़तरे में है. ये दूसरे धर्म वाले हमेशा कहते रहते हैं। अब लगता है हमें भी कहना पड़ेगा।सावधान हो जाइए. अब ब्रेकिंग न्यूज़ ये है कि सैफ़ ने लिखित माफ़ी माँग ली है अपने वक्तव्य के लिए। वाह ! क्या बात है! कहते हैं अंग्रेज़ों ने एक ख़ूबसूरत शब्द बनाया है ”सॉरी “, तीर मारो, बम चला लो, घूंसा मार दो और फिर कह दो “ सॉरी”। लेकिन हमें मंज़ूर नहीं। बोलने के पहले सोचा क्यों नहीं।

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