किसानों को मिलने वाले दूषित पानी के मुद्दे पर आफताब अहमद ने सरकार को घेरा
नूंह। नूंह विधायक व कॉंग्रेस विधायक दल के उप नेता चौधरी आफताब अहमद सोमवार को बजट सत्र में चार जिलों के किसानों को मिलने वाले गुड़गांव कैनाल के दूषित पानी पर सरकार को दमदार तरीके से घेरते नजर आए।
दरअसल नूंह विधायक आफताब अहमद ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से सवाल किया था कि क्या ये सही है कि गुड़गांव कैनाल द्वारा नूंह, पलवल, गुड़गांव, फरीदाबाद आने वाला पानी दूषित है, अगर दूषित है तो सरकार ने इसे शुद्ध करने के लिये क्या कदम उठाये हैं या उठाने जा रही है। विधायक ने सरकार से जल परीक्षण रिपोर्ट व पानी दूषित करने वाली इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई का ब्यौरा भी मांगा है।
मुख्यमंत्री की गैर मौजूदगी में शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर ने इस बात को माना कि सरकार मानती है कि गुड़गांव कैनाल का पानी दूषित है जो हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश द्वारा छोड़ा जाता है। विधायक के दूसरे सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि इसके समाधान के लिए सरकार ने परिवहन मंत्री मूल चंद शर्मा की अध्यक्षता में 15 विधायकों व अधिकारियों की समिति गठित की है, जिसमें विधायक आफताब अहमद भी सदस्य हैं। दूषित पानी को नियंत्रित करने व वाटर ट्रीट मेंट की सम्भावनाओं को तलाशा जा रहा है। बीते पांच सालों में 241 एमएलडी क्षमता के 22 एसटीपी स्थापित किए गए हैं, कुछ निर्मित किए जा रहे हैं कुछ की मंजूरी होनी है।
शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर ने कहा कि सरकार जल परीक्षण कराती है और दूषित इकाइयों पर जुर्माने आदि लगाए गए हैं।
विधायक आफताब अहमद ने विधानसभा में कहा कि ज़मींदारों को मिलने वाले दूषित पानी का समाधान किया जाए, क्योंकि इस पानी से भूमि तो खराब हो ही रही है बल्कि लोगों के साथ साथ पशु पक्षी भी बीमारी के शिकार हो रहे हैं, पर्यावरण प्रभावित हो रहा है। आफताब अहमद ने फिल्टर प्लांट लगाकर इसे साफ़ करने की मांग रखी जिसे सरकार ने मानते हुए कारवाई करने के लिए कहा है।
विधायक आफताब अहमद ने नूंह के उदाका और टपकन गांव का उदहारण देते हुए सदन के पटल पर कहा कि कई दर्जन लोग कैंसर जैसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं इसलिए सरकार गंभीर होकर संज्ञान ले और दूषित पानी का समाधान किया जाय। मंत्री कंवर पाल ने सदन में कहा कि समिति की बैठक में विधायक आफताब अहमद के निदान पर चर्चा की जायगी और समाधान निकाला जाएगा।