अति खतरनाक प्रकृति के कारखानो में आपदा नियंत्रण के संबंध में आहूत हुई जिला काईसिस ग्रुप की बैठक
मेरठ(मुह़म्मद अशरफ़)
मजनपद में अति ख़तरनाक प्रकृति के कारख़ानों में होने वाली आपदा के नियंत्रण हेतु आॅफ साईट इमरजेन्सी प्लाॅन के पूर्वाभ्यास एवं अद्यतन हेतु जिला काईसिस ग्रुप की बैठक जिला पंचायत सभागार में अपर ज़िलाधिकारी नगर अजय तिवारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। अपर ज़िलाधिकारी ने कहा कि सभी संबंधित अति ख़तरनाक प्रकृति के कारखानो के प्रबंधक अपने यहां माॅक ड्रिल की तिथि निर्धारित करते हुये कारखाना विभाग, अग्निशमन विभाग व जिला प्रशासन को सूचित करते हुये करायें।
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अति ख़तरनाक प्रकृति के कारखाने अपने यहां कंट्रोल रूम बनाये तथा उसमें जिला प्रशासन व संबंधित विभागीय अधिकारियों के नंबर प्रदर्शित करें। उन्होने कहा कि जो भी माॅक ड्रिल की जाये वह वास्तविक घटना को मानते हुये की जाये ताकि जो कमियां उसमें परिलक्षित हो उस पर वह कार्य कर सके।
उप निदेशक कारखाना सुभाष विश्वकर्मा ने बताया कि जनपद में आठ कारखाने अति खतरनाक प्रकृति के हैं। जहां पर क्लोरिन, एथेनाॅल आदि का स्टोरेज किया जाता है। उन्होंने बताया कि इन आठ कारखानो में मै. दौराला शुगर वर्कस (केमिकल्स प्लांट) दौराला, मै. दौराला आॅर्गेनिक्स दौराला, मै. इंडियन आॅयल कारपोरेषन लि. परतापुर, मै. नंगलामल शुगर काम्पलेक्स नंगलामल, मै. बजाज हिन्दुस्तान लि. (यूनिट डिस्टलरी) किनौनी, मै. दौराला शुगर वक्र्स दौराला, मै. हिन्दुस्तान पैट्रोलियम कारपोरेशन लि. परतापुर व मै. कंसल इंडस्ट्रीयल गैसेस सिवाल रोड़ है।
इस अवसर पर सहायक निदेशक कारखाना रवि प्रकाश सिंह, एचपीसीएल से अजय कुमार, नंगलामल शुगर से सत्येन्द्र कुमार, दौराला आॅर्गेनिक्स से सुधीर शर्मा, दौराला शुगर वक्र्स से उमाशंकर, दौराला शुगर वर्कस चारकोल प्लांट से एच. वी. सिंह, दौराला शुगर वक्र्स केमिकल प्लांट से संजय कुमार सक्सैना सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।