रामपुर(मो. शाह नबी)
सपा सांसद आज़म खान की रिहाई के लिए ख़ून से पत्र लिखने के क्रम में सोमवार को दलित अधिवक्ता विक्की राज ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने खून से पत्र लिखा। जिसमें लोकसभा सांसद मोहमद आज़म खान की रिहाई की मांग की गयी।
विक्की राज एडवोकेट ने पत्र में लिखा कि आप किसी राजनैतिक पार्टी के नेता बाद में हैं,पहले देश के 135 करोड़ भारतीयों के प्रधानमंत्री है और भारतीयों के साथ इंसाफ करना आपका फ़र्ज़ भी है और दायित्व भी है। मोहम्मद आज़म खां को किस अपराध की सज़ा मिल रही है। क्या गरीब मज़दूर दलितों के हाथ में कलम देना उनका गुनाह है या शिक्षा को बढ़ावा देना उनका गुनाह है। मोहम्मद आज़म खां का जौहर विश्वविद्यालय बनाना गुनाह है, जिसमे दलितों के बच्चे उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जो पूरे एशिया में भारत का नाम रोशन करेगा। आप देश के प्रधानमंत्री होने का फ़र्ज़ निभाए और लोकसभा सांसद मोहम्मद आज़म खां के साथ इंसाफ करें
मैं पूरे दलित समाज की ओर से आपसे विनती करता हूँ कि आप इंसानियत को सामने रख कर मोहम्मद आज़म खान के साथ इंसाफ करें। दलित समाज सदैव आपका आभारी रहेगा। विक्की राज ने कहा कि मैं 17 जून से लगातार 7 दिन तक देश में बैठे संवैधानिक पदों पर सभी माननीयो को अपने खून से पत्र लिख कर आज़म खान के लिए इंसाफ की गुहार लगाऊंगा। इसी क्रम में आज पाँचवे दिन मैंने देश के प्रधानमंत्री को अपने खून से पत्र लिख कर लोकसभा सांसद मोहम्मद आज़म खान के लिए इंसाफ माँगा है और उनकी रिहाई की विनती की है।
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