आज़म ख़ान की रिहाई को लेकर अधिवक्ता ने ख़ून से लिखा पत्र
रामपुर(मो. शाह नबी)
दलित अधिवक्ता विक्की राज ने लोकसभा अध्यक्ष को अपने खून से पत्र लिख कर लोकसभा सांसद मोहम्मद आज़म खां की रिहाई की मांग की है। गुरुवार को लिखे पत्र में विक्की राज एडवोकेट ने कहा कि मोहम्मद आज़म खां बेगुनाह और निर्दोष होते हुऐ भी अपने उन अपराध की सज़ा भुगत रहे हैं, जो उन्होंने करें ही नहीं हैं। मोहम्मद आज़म खां लगातार 9 बार से रामपुर विधानसभा से विधायक चुने गए, 4 बार उत्तर प्रदेश सरकार में केबिनेट मंत्री रहे,एक बार संसद के उच्च सदन राज्यसभा के सदस्य रहे तथा वर्तमान में लोकसभा सांसद हैं।
क्या ये मुमकिन है कि इतने सारे संवैधानिक पदों पर रह चुका जनप्रतिनिधि, जो वर्तमान में भी सांसद है, क्या वो भैंस चुराएगा, बकरी चुराएगा, किताबे चुराएगा। ये किसी भी आम इंसान की समझ से बाहर है। अध्यक्ष महोदय आप लोकसभा अध्यक्ष हैं और मोहम्मद आज़म खां लोकसभा सांसद हैं। जिस नाते सदन के समस्त सदस्य आपके परिवार का हिस्सा हैं और आप उनके मुखिया हैं। जब परिवार के किसी भी सदस्य पर कोई परेशानी आती है तो परिवार के मुखिया का ये फ़र्ज़ है कि वो उसके साथ मजबूती से खड़ा रहे। आज मोहम्मद आज़म खां साहब बहुत बीमार हैं। कृपया राजनीति से ऊपर उठ कर उनके साथ इंसाफ करें।
विक्की राज ने कहा कि मैं आज से 7 दिन तक लगातार देश के संवैधानिक पदों पर बैठे सभी लोगों को अपने खून से पत्र लिख कर मोहम्मद आज़म खां की रिहाई और उनके साथ इंसाफ की मांग करूंगा।