इजराइल फिलिस्तीन जंग:इजराइल ने कहा- अब हमले तभी बंद होंगे, जब दुश्मन को शांत कर देंगे; गुर्राया फिलिस्तीन- हम भी तैयार हैं,
जंग में अब तक 59 की मौत

तेल अवीव
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच शुरू हुआ विवाद अब जंग में तब्दील हो चुका है। बुधवार तक हमास द्वारा इजराइल पर करीब 3 हजार रॉकेट दागे गये हैं। हमास के जवाब में इजराइल ने अपनी थल सेना का इस्तेमाल करने को जगह अपनी बेहद ताकतवर एयरफोर्स के जरिए फिलीस्तीन में भारी तबाही मचाई है। इस जंग में अब तक 6 इजराइली और 53 फिलीस्तीनी नागरिकों की मौत हुई है।
इजराइल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्स ने बुधवार शाम कहा कि हमारी सेना के गाजा पट्टी और फिलीस्तीन में हमले बंद नहीं होंगे। हम अब तब तक रुकने को तैयार नहीं हैं, जब तक दुश्मन को पूरी तरह शांत नहीं कर देते। इसके बाद ही अमन बहाली पर कोई बात होगी। इजराइल अब लंबे समय तक शांति कायम करने के उपाय करके ही रहेगा। हमने हमास के 6 कमांडर मार गिराए हैं। वहां तमाम बड़ी बिल्डिंग्स, फैक्ट्रीज और सुरंगे जमींदोज की जा चुकी हैं।


इजराइली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि यह तय मानिए कि हमारे मिलिट्री अफसर और जवान अब किसी सीजफायर के पक्ष में नहीं हैं। अब लंबे वक्त के लिए हल खोजना ही होगा।
इसके जवाब में हमास के नेता हानिया ने कहा कि अगर इजराइल जंग बढ़ाना ही चाहता है तो हम भी रुकने को तैयार नहीं हैं।
हमास ने तेल अवीव, एश्केलोन और होलोन शहर पर सोमवार से लेकर बुधवार को रॉकेट फायर किए। इसमें से ज्यादातर रॉकेट इजराइल के मिसाइल डिफेंस सिस्टम आयरन डोम ने रोक लिए, लेकिन कई रॉकेट आबादी वाले इलाकों में गिरकर फट गए। हमास ने इजराइल पर एक हजार से ज्यादा रॉकेट दागे। इतना बड़ा अटैक इजराइल पर 7 साल बाद हुआ है।

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गाजा से आते रॉकेटों और इजराइल के हवाई हमलों ने बुधवार को 2014 के उस संघर्ष की याद दिला दी, जो 50 दिनों तक चला था। इमारतों को निशाना बनाना उन तौर-तरीकों में शामिल है, जो 2014 के युद्ध के दौरान भी आजमाए गए थे और अब अंतरराष्ट्रीय अदालत संभावित युद्ध अपराधों के तहत इसकी जांच कर रही है। इजराइल इस अदालत का सदस्य नहीं है और उसने जांच खारिज कर दी है। चरमपंथी समूह गाज़ा ने पुष्टि की है कि इजराइल के हवाई हमले में उसके गाजा सिटी कमांडर की मौत हो गई है। 2014 में फलस्तीनी क्षेत्र में जंग के बाद यह किसी उच्च स्तरीय चरमपंथी की मौत है। लोग उसी तरह बंकरों में छिपने को मजबूर हैं।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अरब नागरिकों द्वारा व्यापक प्रदर्शनों को रोकने के लिए इज़राइल जरूरत पड़ने पर अधिक ताकत का इस्तेमाल करेगा। नेतन्याहू ने बुधवार को कहा कि इजराइल सीमा पुलिस बल की तैनाती करके अराजकता रोकेगा।


इजरायल और हमास के बीच हिंसा पर पूरी दुनिया की नजर है और चिंता भी है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोगन ने रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से कहा कि फलस्तीनियों के प्रति इजराइल के रवैये के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ‘उसे कड़ा और कुछ अलग सबक सिखाना’ चाहिए। एर्दोगन के बयान से इस विवाद के बड़ा रूप लेने की अटकलें तेज हो गई हैं। दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र के मध्यपूर्व के दूत ने हालात के बड़े युद्ध में तब्दील होने की चेतावनी दे दी है। उन्होंने संबंधित नेताओं से तनाव बढ़ने की जिम्मेदारी लेने को कहा है और जो आग लगी है, उसे रोकने की अपील की है।

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