उर्दू शिक्षकों के रिक्त पदों में आयु सीमा बढ़ाने का दिल्ली सरकार ने दिया भरोसा
- उर्दू अकादमी की प्रस्तावित योजनाओं में धन की कमी नही होने दी जाएगी:केजरीवाल
नई दिल्ली
दिल्ली सरकार ने उर्दू के शिक्षकों के रिक्त पड़े पदों के सन्दर्भ में आयु सीमा बढ़ाने के सिलसिले में जरूरी कदम उठाए जाने का भरोसा दिलाया है। दिल्ली सरकार ने यह भरोसा उर्दू अकादमी दिल्ली की गवर्निंग काउंसिल के वाइस चेयरमैन हाजी ताज मोहम्मद तथा गवर्निंग काउंसिल के सदस्यों की दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मुलाकात के बाद दिलाया है। उर्दू अकादमी के वाइस चेयरमैन हाजी ताज मोहम्मद ने कॉउंसिल के सदस्यों के साथ हाल ही में दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से अलग अलग मुलाकात की और उन्हें उर्दू अकादमी से जुड़े मुद्दों की जानकारी दी।
गवर्निंग काउंसिल द्वारा मनीष सिसोदिया के समक्ष उर्दू के शिक्षकों की समस्याओं का मुद्दा उठाया था। जिसमें शिक्षा मंत्री से उर्दू के शिक्षकों के रिक्त पड़े पदों में आयु सीमा बढ़ाए जाने का आग्रह किया गया था। जिस पर मनीष सिसोदिया ने समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया।
उर्दू अकादमी के वाइस चेयरमैन हाजी ताज मोहम्मद ने बताया कि उर्दू अकादमी द्वारा उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए 150 से अधिक उर्दू साक्षरता केंद्रों को जल्द शुरू करवाने का भी मुद्दा उठाया गया। शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया का कहना था कि पूरी दुनिया के साथ हमारा देश खासतौर पर दिल्ली कोरोना की जद में है। हालात बेहतर होने पर हर विधानसभा क्षेत्र में आबादी के हिसाब से उर्दू साक्षरता केंद्र खोले जाएंगे।
मनीष सिसोदिया का कहना था कि उर्दू किसी एक मजहब की भाषा नहीं, बल्कि यह हिंदुस्तानी तहजीब और अदब का हिस्सा है। हमारी सरकार की नीयत साफ है। हम उर्दू भाषा के प्रचार प्रसार के लिए जरूरी कदम उठाएंगे।
वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उर्दू अकादमी के वाइस चेयरमैन हाजी ताज मोहम्मद व सदस्यों को भरोसा दिलाया कि उर्दू अकदामी की प्रस्तावित योजनाओं को जल्द शुरू किया जाएगा। इस काम में धन की कमी पेश नहीं आने दी जाएगी। साथ ही मुख्यमंत्री ने उर्दू अख़बारों को सरकार के विज्ञापनों में भी पूरी तरह शामिल रखे जाने का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री से अलग-अलग समय पर होने वाली मुलाक़ात के दौरान समस्याओं पर चर्चा करने वालों में वाइस चेयरमैन हाजी ताज मोहम्मद के साथ उर्दू अकादमी की गवर्निंग काउंसिल के मेंम्बर चौधरी अब्दुल माजिद निज़ामी, जावेद रहमानी, हाजी मुन्ने खां, रुखसाना खान और शबाना बानो आदि शामिल रहे ।