ग़ाज़ियाबाद(शमशाद रज़ा अंसारी)
जनपद ग़ाज़ियाबाद पुलिस ने लोनी में हुये तिहरे ह’त्याकांड का खुलासा कर दिया है। लोनी में एक बार फिर से रिश्तों को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। यहाँ भतीजे ने ही रुपयों के लिए ताऊ और उनके बेटों की ह’त्या कर दी। पुलिस ने ह’त्यारोपित को गिरफ़्तार करके उसके क़ब्ज़े से वारदात में प्रयुक्त पिस्टल बरामद कर ली है।
प्रेसवार्ता में खुलासे की जानकारी देते हुये डीआईजी/एसएसपी ग़ाज़ियाबाद अमित पाठक ने बताया कि गिरफ़्तार अभियुक्त 32 वर्षीय अय्यूब पुत्र बाबू निवासी टोली मोहल्ला मृतक रहीसुद्दीन का सगा भतीजा है। अय्यूब मृतक के छोटे भाई का लड़का है। अय्यूब अपने भाइयों के साथ होम थियेटर का काम करता था। उसके ताऊ के मुकाबले उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नही थी। इस बात से वह अंदर-अंदर जलन रखता था। अय्यूब सीलमपुर में कबाड़े का काम करना चाहता था। जिसके लिए इसे रुपयों की आवश्यकता थी। अय्यूब ने कबाड़े का काम करने के लिए अपने ताऊ रहीसुद्दीन से दस लाख रूपये माँगे। ताऊ ने रूपये देने से मना कर दिया। जिससे यह ताऊ से नाराज़ रहने लगा। इसकी नाराज़गी और जलन इतनी बढ़ गयी कि इसने ताऊ की ह’त्या की योजना बनाई। ह’त्या को फूलप्रुफ बनाने लिए इसने यू-ट्यूब से पिस्टल में साइलेंसर लगाने का तरीका भी सीखा। वारदात वाले दिन सोमवार को यह करीब पौने दस बजे अपने ताऊ के घर पहुँचा। इसने ताऊ से कहा कि मुझे सीलमपुर जाना था,लेकिन देर हो गयी, इसलिये आज यहीं सोऊँगा। परिवार का सदस्य होने के कारण ताऊ ने इसे अपने पास नीचे फ्लोर पर सुला लिया। घर के बाक़ी सदस्य ऊपरी मंजिल पर थे। रात को करीब ढाई बजे ताऊ की आँख खुली तो इसने फिर दस लाख रुपयों की बात छेड़ी। ताऊ द्वारा रूपये देने में असमर्थता जताने पर इसने गुस्से में ताऊ को गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर इसके ताऊ के बेटे नीचे आये तो इसने एक-एक करके उन्हें गोली मार दी। इसकी ताई सामने आई तो इसने उन्हें भी गोली मार दी। इसका इरादा था कि मुझे कोई पहचान न सके। इसलिये जो इसके सामने आता रहा,ये उसे गोली मारता रहा इसके ताऊ की पुत्रवधू अफ़साना आई तो इसने उसे भी गोली मारनी चाही, लेकिन गोली पिस्टल में फंस गयी। जिसके बाद यह छत के रास्ते से भाग गया। रास्ते में इसने ख़ून से सनी कमीज तथा पिस्टल फेंक दिया। आसपास लगे सीसीटीवी में कमीज उतारते हुये अभियुक्त कैमरे में क़ैद हो गया। इसके अलावा अफ़साना द्वारा बताई गयी कद-काठी से भी अभियुक्त की पहचान हुई। पूछताछ के बाद अभियुक्त को जेल भेज दिया गया।
आपको बता दें कि सोमवार रात्रि को टोली मोहल्ला में रहने वाले कपड़ा व्यापारी रहीसुद्दीन(70) तथा उनके पुत्रों अजहरूद्दीन(28) एवं इमरान(24) की गोली मार कर ह’त्या कर दी गयी थी। रईसुद्दीन की पत्नी फ़ातिमा(65) को भी गोली मार कर घायल कर दिया गया था। इस तिहरे ह’त्याकांड से क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गयी थी। 96 लाख की डकैती में अब तक खाली हाथ रहने वाली पुलिस पर इस घटना का खुलासा करने को लेकर बेहद दबाव था। आईजी मेरठ जोन प्रवीण कुमार स्वयं घटनास्थल पर पहुँचे थे। इस वारदात के खुलासे के बाद पुलिस को राहत की साँस मिली है।
वारदात का खुलासा करने वाली टीम में लोनी थाना प्रभारी ओम प्रकाश सिंह, क्राइम ब्रांच निरीक्षक संजय पांडे, क्राईम ब्रांच निरीक्षक नागेन्द्र चौबे, क्राइम ब्रांच निरीक्षक सचिन मलिक,एसआई अखिलेश उपाध्याय, है0का0 बालेन्द्र, है0का0 खुर्शीद आलम, है0का0 अरुण, का0 सुनील, का0 मनोज कुमार, का0 नीरज, का0 मनोज कुमार, का0 अनिल कुमार सर्विलांस तथा का0 विकास शामिल रहे।
ज्ञात हो कि लगभग पन्द्रह दिन पहले भी लोनी में ही रिश्तों को शर्मसार करने का मामला सामने आया था।जब कलयुगी पुत्र ने जायदाद के लालच में अपने बुज़ुर्ग माता-पिता की गला दबा कर ह’त्या कर दी थी।
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