तेल अवीव
बीते मई माह में इजरायल और हमास के बीच भयंकर लड़ाई छिड़ गई थी। दोनों ओर से ताबातोड़ रॉकेट दागे गये थे, और हवाई हमले किए गए थे। जिसमें सैकड़ों लोग मारे गये थे। इस लड़ाई का अंत 21 मई को हुआ था, जब दोनों देशों ने सीजफायर घोषित किया था। लेकिन अब एक बार फिर इजरायल और हमास आमने-सामने आ गये हैं। संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए इजरायल ने हमला कर दिया है। जिस यरूशलम की आग कई दिनों तक इजरायल और गाजा के बीच लगी रही, वहीं से अब दोबारा हिंसा भड़कने का खतरा पैदा हो गया है। बता दें कि सैकड़ों की संख्या में इजरायल के धुर राष्ट्रवादियों ने ताकत का प्रदर्शन करने के लिए मंगलवार को पूर्वी यरूशलम में परेड की। जिसमे काफ़ी उत्तेजक नारे भी लगाए गये थे। इसके बाद गाजा में फिलिस्तीनियों ने इस परेड को उकसाने वाली हरकत बताते हुये गुब्बारे छोड़ कर इसका जवाब दिया था। इजरायल के अनुसार इन गुब्बारों से कई जगह आग लग गयी।
फिलिस्तीनी सुरक्षा बलों के मुताबिक इजरायल ने गाजा पर एयरस्ट्राइक किया है। बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह फिलिस्तीन की तरफ से आतंकियों ने दक्षिण इजरायल की ओर आग लगाने वाले गुब्बारे भेजे जिसके बाद इजरायल ने गाजा पर एयरस्ट्राइक कर दिया। हमलों के बाद इजरायल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि, इजरायल का ताजा हमला गाजा शहर में हमास के मिलिट्री ठिकानों पर किया है। इजरायली सेना का कहना है कि इन जगहों पर आतंकी गतिविधियां तेजी से संचालित की जा रहीं थीं। बताया गया कि ये हमला फिलिस्तीनी क्षेत्र से आए आग लगाने वाले गुब्बारों के जवाब में था, जिसे वहां पनाह लिए आतंकवादियों ने भेजा था। सेना के मुताबिक, इन गुब्बारे बमों के कारण दक्षिणी इजरायल में कई जगहों पर आग लग गई। सेना ने कड़े शब्दों में कहा है कि किसी भी तरह की आतंकी गतिविधियों को इजरायल बर्दाश्त नहीं करेगा और उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई करेगा।
सेना ने कहा इजरायली फोर्स ऐसी किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार है, चाहे गाजा स्ट्रिप की तरफ से आतंकी गतिविधियों के रूप में युद्ध की दोबारा से शुरुआत ही क्यों न हो।
बता दें कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच 11 दिन चले भीषण युद्ध का 21 मई को सीजफायर का ऐलान हुआ था। इससे पहले दोनों के बीच 11 दिनों तक रॉकेट, मिसाइलों से हमले होते रहे थे। गाजा ने बताया था कि इन हमलों में 253 फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें से 66 बच्चे थे। वहीं, हमलों में 13 इजरायलियों की भी जान गई, जिनमें एक 5 साल का बच्चा और एक सैनिक शामिल थे।
याद रहे कि दो दिन पहले ही इजरायल में नफ्ताली बेनेट के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार का गठन हुआ है। दक्षिणपंथी यामिना पार्टी के 49 वर्षीय नेता नफ्ताली बेनेट के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही नेतन्याहू युग का अंत हो गया है। 12 साल तक इजरायल पर राज करने वाले बेंजामिन नेतन्याहू अपनी सत्ता को नहीं बचा पाए। नफ्ताली बेनेट ने रविवार को इजरायल के प्रधानमंत्री पदभार संभाला था। जानकार कहते हैं कि इजरायल में सत्ता किसी की भी हो फिलिस्तीन के मुद्दे पर किसी भी दल के रुख में किसी खास तरह का बदलाव नहीं आने वाला है।
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